बेगूसराय (आससे)। शिक्षा विभाग के अधिकारी के कारनामे से फल फूल रहे हैं शिक्षक यह वाक्य सुनने में जरा अजीब जरूर लगेगा लेकिन यह वास्तविक है। बताते चलें कि साहेबपुर कमाल प्रखंड के पूर्व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उपेंद्र कुमार के कारनामे ऐसे हैं कि लोग सोच भी नहीं पाएंगे। जब शिक्षक के सर्टिफिकेट पर सवाल उठने लगे तो तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने दो शिक्षक को बचाने के लिए ऐसा तरकीब लगाया कि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे वाली कहावत चरितार्थ कर दी।
बताते चलें कि नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर मुसहरी और नवसृजित प्राथमिक विद्यालय ताती टोला छेठ का है। जिसमें 2 शिक्षक प्रखंड शिक्षक पद के लिए क्वालीफाई है लेकिन जुगाड़ टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक बन बैठे। जब सर्टिफिकेट की जांच होने लगी तो अपनी बचाव के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तत्कालीन उपेंद्र कुमार के पास गए। जिसके बाद तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने उन दोनों शिक्षकों से कहा कि नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मुसहरी एवं नवसृजित प्राथमिक विद्यालय ताती टोला छेट को मध्य विद्यालय कल्याणपुर और उत्क्रमित मध्य विद्यालय रसलपुर में टैग कर दिया गया। जिससे इन दोनों शिक्षक पर किसी भी प्रकार का सवाल नहीं उठे।
इसी के बचाव के लिए मध्य विद्यालय में नवसृजित विद्यालय को टैग कर दिया गया। जबकि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनामिका ने 25 जून 2020 को पत्र प्रेषित कर नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर मुसहरी एवं नवसृजित प्राथमिक विद्यालय ताती टोला छेठ सबदलपुर को आदेश दिया गया कि अपने विद्यालय को दूसरी शिफ्ट में चलाएं। लेकिन इसकी अनदेखी कर शिक्षा विभाग को आंखों में धूल झोंकने का काम करते रहे। उक्त दोनों विद्यालय में एक-एक शिक्षक है जो कि टीईटी की परीक्षा में 6वी से 8वी क्लास के लिए पास किए हुए हैं। इनका नियोजन नहीं होने के उपरांत इन्होंने जुगाड़ टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्राइमरी स्कूल में प्राथमिक शिक्षक के पद पर नियोजन करवाने में सफल रहे।
जब इसकी भनक अन्य लोगो को लगी तो दोनों शिक्षक मिलकर अपना बचाव करते हुए नवसृजित विद्यालय को ही मध्य विद्यालय में शिफ्ट करवा लिया। जिससे कोई इन पर शक नहीं करेगा। वही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनामिका ने ज्ञापांक 169, दिनांक 30 अप्रैल 2018 के आदेश को संशोधित करते हुए निर्देश दिया है कि नवसृजित विद्यालय को टैग विद्यालय में शिफ्ट में संचालित करना सुनिश्चित करेंगे। लेकिन उक्त पत्र की अनदेखी करते हुए मध्य विद्यालय में टैग किये हुए हैं। सूत्रों की माने तो दोनों शिक्षक के टीईटी प्रमाण पत्र की जांच की जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
वहीं वर्तमान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि नवसृजित विद्यालय का डाइस कोड अलग है। लेकिन इसके बावजूद मध्य विद्यालय कल्याणपुर एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय रसलपुर में विद्यालय को टैग किए हुए हैं। जिन्हें आदेश दिया गया है कि उक्त दोनों नवसृजित प्राथमिक विद्यालय का वर्ग संचालन अलग शिफ्ट में चलाया जाए। ज्ञात हो कि नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर मुसहरी एवं नवसृजित प्राथमिक विद्यालय ताती टोला छेठ को विद्यालय में टैग नहीं करने का आदेश दिया जा चुका है। इसके बावजूद इसकी अनदेखी की जा रही है। जांच के उपरांत ही दोनों शिक्षकों की सच्चाई सामने आ पाएगी।