पटना

बेगूसराय: विद्यालय को ही अस्थाई कोविड सेंटर बनाकर, कायम की मानवता की मिशाल


बेगूसराय (आससे)। जहां कुछ लोग आपदा के समय मोटी कमाई करने में लगे हुए हैं तो वहीं कुछ लोग आपदा में आम जनों को मदद करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। ऐसा ही वाकया जिले के दून पब्लिक स्कूल केजी विंग्स रामेश्वर कंपलेक्स हेमरा रोड बेगूसराय का है। जहां  विद्यालय के निदेशक पंकज कुमार ने आम जनों को मदद के लिए कदम बढ़ाया है। यही नहीं अपने विद्यालय को ही कोविड-19 अस्थाई अस्पताल बना डाला।

इसके पीछे सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि इनकी 54 वर्षीय बहन सुमन देवी का 28 अप्रैल को कोरोना  के कारण निधन हो गया था।  सारी सुविधाएं बहन को मुहैया करवाए थे,  लेकिन वह बच ना सकी। तभी इनके मन में अचानक ख्याल आया कि क्यों न वैसे परिवार को मदद की जाए जो कोविड-19 की जंग लड़ रहे हैं। जिन्हें ऑक्सीजन मुहैया नहीं हो पा रही है। इसी को लेकर उन्होंने 30 बेड का कोविड-19 सेंटर अपने विद्यालय को ही बना डालने का निर्णय लिया।

इसी को लेकर दून पब्लिक स्कूल  के निदेशक पंकज कुमार ने जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा को 29 अप्रैल को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि अपने विद्यालय को मैं अस्थाई कोविड-19 बनाना चाह रहा हूं। जहां पर ऑक्सीजन और बेड की व्यवस्था विद्यालय प्रबंधन करेगी। तो वहीं कुछ डॉक्टर और नर्स को उक्त सेंटर पर ड्यूटी लगाने की अपील पत्र के माध्यम से किया है। इस संदर्भ में विद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि जिला पदाधिकारी महोदय ने आश्वासन दिया है कि डॉक्टर और नर्स की बहाली प्रक्रिया चल रही है। बहाली प्रक्रिया पूरा होने के उपरांत ही उक्त कोविड-19 सेंटर में डॉक्टर और नर्स मुहैया करवाई जाएगी।

जहां एक ओर आपदा के घड़ी में कुछ बिचौलिए मोटी कमाई करने में लगे हैं तो वही उक्त विद्यालय के निदेशक आगे बढ़कर आम जनों की सेवा कर रहे हैं। इस कदम से सभी विद्यालय प्रबंधन की तारीफ़ कर रहे है। भला हो भी क्यों नहीं। इस संकट की घड़ी में जिस तरह का नेक कार्य विद्यालय प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है यह वाकई में काबिले तारीफ है। निदेशक पंकज कुमार का कहना है कि जहां मेरी बहन कोविड-19 से जंग लड़ते-लड़ते हार गई तो वही मैंने संकल्प लिया है कि अपने विद्यालय को ही अस्थाई कोविड-19 का सेंटर बनाकर मानवता की सेवा करूं।