समीक्षा करते डीएम बोले सामुदायिक स्तर पर इसके उपयोग को भी लोगों को प्रोत्साहित करने की जरूरत
मुजफ्फरपुर। जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में गुरूवार को उनके कार्यालय कक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक हुई। बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ सुनील कुमार झा, जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मोहम्मद फैयाज अख्तर, डीपीएम जीविका अनीशा, जिला समन्वयक रंजीत कुमार कार्यपालक अभियंता पीएचईडी के साथ अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शेष बचे सामुदायिक शौचालय का निर्माण अप्रैल के अंत तक करना सुनिश्चित किया जाए। उक्त निर्देश उन्होंने सामुदायिक शौचालय निर्माण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करने के क्रम में दी। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को सामुदायिक शौचालय का उपयोग करने उन्हें प्रोत्साहित किए जाने की भी जरूरत है ताकि इसका लाभ उन्हें मिल सके।
मालूम हो कि प्रति पंचायत दो के आधार पर कुल 770 सामुदायिक शौचालय निर्माण का लक्ष्य रखा गया है जिसके विरूद्ध अभी तक 398 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। जबकि 93 ऐसे हैं जहां 50% से अधिक कार्य पूर्ण हुए हैं जबकि 85 का कार्य इनिशियल पीरियड में है। शौचालय निर्माण में बकाया भुगतान की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि 420267 लाभुकों को भुगतान किया जा चुका है। सिर्फ 131 लाभुकों को भुगतान किया जाना शेष है। जिलाधिकारी ने इसका वेरिफिकेशन कराने का निर्देश दिया।
बैठक में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की भी समीक्षा की गई। बताया गया कि वर्तमान में 4 पंचायतों में घर-घर कचरा का उठाव किया जा रहा है। कांटी के साइन पंचायत, गायघाट के दहिला पटशर्मा पंचायत ,पारु के ग्यासपुर पंचायत एवं सकरा के बिशुनपुर बघनगरी पंचायत में फरवरी 2020 से उक्त कार्य चल रहा है।
बताया गया कि ओडीएफ प्लस गतिविधि के लिए ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य के क्रियान्वयन हेतु दो पंचायतों में प्रारंभिक तैयारी हेतु बोचहां प्रखंड के लोहसरी पंचायत एवं गायघाट प्रखंड के लक्ष्मण नगर पंचायत का चयन किया गया है। इन दोनों पंचायतों में कार्य योजना तैयार की जानी है।