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आन्तरिक मामलोंमें बाहरी दखल
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Post Views: 443 अवधेश कुमार किसी भी देशमें आन्दोलन होता है तो कहींसे भी लोग प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं। प्रतिक्रियाएं सही हैं गलत हैं यह हमारे नजरियेपर निर्भर करता है। जिस देशका मामला होता है वह अपने तरीकेसे उसपर जवाबी प्रतिक्रियाएं देता है। यह विकसित सूचना संचारवाले वर्तमान विश्वकी सचाई है। कृषि कानूनोंके विरोधमें आन्दोलन […]
कांग्रेसकी वर्तमान दशा और दिशा
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Post Views: 599 डा. धनंजय सहाय कहते हैं वक्त सबको सिखा देता है परन्तु शायद यह बात कांग्रेसपर सटीक नहीं बैठती। एकके बाद एक चुनावोंमें मुंहकी खाने एवं सिकुड़ते जनाधारके बावजूद अंग्रेजोंके जमानेका सबसे पुराना भारतीय राजनीतिक दल मानो हम नहीं सुधरेंगेकी कसम खाकर बैठा है। अभी पिछले दिनों कांग्रेस कार्यसमितिकी बैठकमें अपने पूर्णकालिक अध्यक्षके […]
प्रेमचन्दका साहित्यिक अवदान
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