Post Views: 686 डा. भरत झुनझुनवाला हांगकांगमें लोकतंत्रकी हत्या, ऊईघुर मुसलमानोंपर अत्याचार एवं हांगकांगके मीडिया मुजल जैक माको हिरासतमें लिये जानेको लेकर चीनकी भत्र्सना की जा रही है। कहा जा रहा है कि चीन अंतरराष्ट्रीय कानूनोंके उल्लंघनमें अपनी जनताके मानवाधिकारोंका हनन कर रहा है। इस संदर्भमें १९४८ में संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार घोषणापत्रकी धाराओंपर […]
Post Views: 586 हृदयनारायण दीक्षित विश्वका भाग होनेके कारण मनुष्य और प्रकृतिके मध्य आत्मीय संबन्ध हैं, लेकिन अंतर्विरोध भी है। मनुष्य सामाजिक प्राणी है इसलिए समाजका हिस्सा है। अनेक मनुष्य सामाजिक नियम नहीं मानते थे। अपराध कर्म भी करते थे। समाज और ऐसे मनुष्योंके बीच अंतर्विरोध स्वभाविक है। अपराध रोकना और समाजको स्वभाविक संगतिमें गतिशील […]
Post Views: 967 कोरोना कालमें पूरी दुनियाकी अर्थव्यवस्थापर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है लेकिन भारतकी अर्थव्यवस्था जिस प्रकार पुन: पटरीपर आ गयी है उससे विदेशी निवेशकोंका भारतपर भरोसा बढ़ गया है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण शेयर बाजारोंमें जारी तेजीके दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारी निवेश जारी रखना है। डिपाजिटरी आंकड़ोंके अनुसार एफपीआईने विगत […]