Post Views: 256 श्रीराम शर्मा असुरता इन दिनों अपने चरम उत्कर्षपर हैं। दीपककी लौ जब बुझनेको होती है तो अधिक तीव्र प्रकाश फेंकती और बुझ जाती है। असुरता भी जब मिटनेको होती है तो जाते-जाते कुछ न कुछ करके जानेकी ठान लेती है। इन दिनों भी यही सब हो रहा है। असुर तो अपने नये […]
Post Views: 601 राजेश माहेश्वरी नये कृषि कानूनोंके खिलाफ किसानोंमें काफी गुस्सा है। किसान नेताओं और संघटनोंका मत है कि यह बिल उन अन्नदाताओंकी परेशानी बढ़ायंगे, जिन्होंने अर्थव्यवस्थाको संभाल रखा है। कुछ विशेषज्ञोंका कहना है कि इस कानूनसे किसान अपने ही खेतमें सिर्फ मजदूर बनकर रह जायगा। हमें अपने देशकी स्थिति और किसानके हालातके मुताबिक […]
Post Views: 346 पूर्वी लद्दाखमें वास्तविक नियन्त्रण रेखाके नजदीक चीनके सैनिकोंकी वापसीकी कोशिशें तेज हो गयी हैं। उम्मीद है कि इसमें शीघ्र ही सफलता मिलेगी। दोनों देशोंके बीच तनाव समाप्त करनेके लिए सीमापर शान्ति अति आवश्यक है। दोनों देशोंके सैन्य कमाण्डरोंकी बैठकके बाद स्थिति साफ हो रही है कि हालात सामान्य बनानेके लिए अब चीनको […]