Post Views: 385 डा. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा आज सारी दुनिया कोरोनाकी दूसरी लहरसे ग्रसित है। भारतमें कोरोनाकी दूसरी लहरके चलते हो रहे हालातोंको देखते हुए दुनियाके देश सहायताके लिए आगे आ रहे हैं वहीं देशमें ही कुछ लोग मानवताको शर्मसार करनेमें कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। देशके कोने-कोनेसे यह समाचार आम है कि आक्सीजन […]
Post Views: 609 बाबा हरदेव दुनियामें जितने भी नाम हैं, वह सभी नाम किन्हीं चीजोंके हैं। केवल नामोंका जिक्र करनेसे हमारा काम नहीं चलता। यदि नामोंका जिक्र करनेसे काम चलता होता तो फिर कौन झोंपड़ीमें रहेगा। एक गरीब भी एक महलका जिक्र करता रहे, एक संगमरमरके मकानका जिक्र करता रहे तो क्या उसको वही सुख […]
Post Views: 1,181 स्वामी रामस्वरूप चारों वेदोंमें और यहां वेदोंके आधारपर श्रीकृष्ण महाराजने प्रकृतिको अव्यक्त कहा है। अव्यक्तका अर्थ है जिसका स्वरूप व्यक्त नहीं किया जा सकता, जो आंखोंसे देखा नहीं जा सकता इत्यादि। जिस प्रकार परमात्मा और जीवात्मा अति सूक्ष्म है और यह दोनों तत्व भी अव्यक्त हैं उसी प्रकार जड़ प्रकृति भी अति […]