- नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने डाइ अमोनिया फास्फेट (डीएपी) खाद की 50 किलोग्राम की बोरी पर 700 रुपये एवं कुछ अन्य उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि कर दी है जिससे किसानों पर सालाना 20 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा तथा यह देश के अन्नदाताओं को गुलाम बनाने की साजिश है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से यह आग्रह भी किया कि इन बढ़ी हुई कीमतों को वापस लिया जाए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”ऐसा लगता है कि देश के 62 करोड़ किसानों- मजदूरों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुलाम बनाने की साजिश कर रहे हैं। पिछले करीब साढ़े छह साल में मोदी सरकार ने खेती में इस्तेमाल की जाने वाली हर चीका की कीमत बढ़ाकर किसान पर पहले ही 15,000 रुपया प्रति हैक्टेयर सालाना का बोझ डाल रखा है।”
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ”महामारी की आड़ में डीएपी सहित अन्य खाद की कीमत बढ़ाकर एक बार फिर किसान-मजदूर की कमर तोडऩे का घिनौना काम किया गया है। खाद की कीमतें बढ़ा 20,000 करोड़ सालाना का अतिरिक्त भार किसानों पर डालना साबित करता है कि भाजपा का डीएनए ही किसान विरोधी है।” सुरजेवाला ने कहा, ”हमारी मांग है कि किसान से यह लूट बंद हो और बढ़ी हुई खाद की कीमतें वापस ली जाएं।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ”डीएपी खाद के 50 किलो के बैग की कीमत मोदी सरकार ने रातों रात 1200 रुपये से बढ़ाकर 1900 रुपये कर दी। यह 700 रुपये की बढ़ोतरी किसान की कमर तोड़ देगी। यह 73 साल में कभी नहीं हुआ।” उनके मुताबिक, ”जब एक महीना पहले खाद की कीमतों में बढ़ोत्तरी की खबर आई, तो भाजपा सरकार के मंत्रियों ने इसे नकार दिया था। लेकिन अब चोर दरवाजे से कीमत बढ़ा दी गई।”