Post Views: 35 सुखी भारती भगवान श्रीरामजी स्नेह देखकर हनुमानजीके हृदयमें हर्ष एवं उल्लासकी लहर दौड़ पड़ी। हनुमानजीको भी लग रहा था मानो श्रीराम जीने उन्हें गोदमें उठा लिया हो। हनुमानजीने भी देखा कि आज प्रभु भी एक पिता समान मेरे अनुकूल हैं- देखि पवनसुत पति अनुकूला। हृदयं हरष बीती सब सूला॥ प्रभु अनुकूल हों […]
Post Views: 27 बंगलादेश अपनी स्वतन्त्रताका पचासवां वर्ष मना रहा है। सन् १९७१ में वैश्विक पटलपर बांगलादेशका उभरना असमान्य घटना थी। पाकिस्तानके संस्थापक मुहम्मद अली जिन्नाने जिस प्रकार शातिर चालें चलकर पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तानका निर्माण कराया उसमें कुछ स्वार्थी नेताओंके हित भले ही सधे हों परन्तु आमजनताकी साधारण चेतना एवं नागरिक स्वतन्त्रताके अंत:करणमें विष […]