(आज समाचार सेवा)
पटना। बिहार विधान परिषद के 75 एमएलसी में से 24 एमएलसी का कार्यकाल आज समाप्त हो जाएगा। अब परिषद में 51 सदस्य ही रह जाएंगे। ये वे एमएलसी हैं जो स्थानीय निकाय से निर्वाचित होकर विधान परिषद पहुंचे है। जब तक बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का चुनाव नहीं हो जाता है तब तक इन माननीयों को फिर चुनकर आने का इंतजार करना होगा। कल से बिहार विधान परिषद में दलगत संख्या भी बदल जाएगी।
आज जिन एमएलसी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है उनमें सच्चिदानंद राय, टुन्ना जी पांडेय, आदित्य नारायण पांडेय, रजनीश कुमार, दिनेश प्रसाद सिंह, नूतन सिंह, रीना यादव, मनोरमा देवी, संतोष कुमार सिंह, राजन कुमार सिंह, बब्लू गुप्ता,सुबोध कुमार, हरिनारायण चौधरी, दिलीप कुमार जायसवाल,संजय प्रसाद,अशोक कुमार अग्रवाल, राधाचरण साह, सुमन कुमार, राजेश राम तथा सलमान रागीब है। इनमें से 4 सीट पूर्व से ही खाली है। रीतलाल यादव के दानापुर से विधायक बन जाने के बाद यह सीट खाली है। राजद से सीतामढ़ी एमएलसी दिलीप राय जदयू में शामिल होकर सुरसंड से विधायक बन गए। जदयू एमएलसी मनोज कुमार यादव विधायक बन गए तथा दरभंगा से जीते भाजपा एमएलसी सुनील कुमार सिंह का निधन हो गया।
स्थानीय प्राधिकार की चार सीटें पटना, भागलपुर-बांका, सीतामढ़ी-शिवहर तथा दरभंगा सीट खाली है। मालूम हो कि स्थानीय निकाय से चुनकर आने वाले 24 एमएलसी में जिला परिषद, पंचायत समिति, मुखिया तथा सदस्यों के अलावा नगर निगम, नगर परिषद और कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य भी वोटर होते हैं। पंचायत प्रतिनिधियों की संख्या सर्वाधिक 95 प्रतिशत है, ऐसे में बिना पंचायत प्रतिनिधियों के यह चुनाव हो ही नहीं सकता। जब तक पंचायत चुनाव नहीं हो जाता यह चुनाव संभव नहीं है।





