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अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के लौटने पर बाइडन बोले- वापसी ‘ट्रैक पर’ है, लेकिन अगले कुछ दिनों में नहीं


  • अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी ‘ट्रैक पर’ है, लेकिन अगले कुछ दिनों में ही अमेरिकी सैनिक देश से बाहर नहीं जाएंगे। व्हाइट हाउस में पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका अगले कुछ दिनों में वापसी को पूरा करेगा, बाइडन ने जवाब दिया, ‘नहीं, हम ठीक उसी रास्ते पर हैं जहां हम इसकी उम्मीद करते हैं।’

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि पर्याप्त ‘रनिंग रूम’ हो..हम सितंबर तक यह सब नहीं कर पाएंगे। अभी भी कुछ ताकतें बाकी हैं, लेकिन यह हमारे सहयोगियों के साथ एक तर्कसंगत गिरावट है .. इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने बाद में एक दैनिक ब्रीफिंग के दौरान संवाददाताओं से कहा कि वापसी अगस्त के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।

अप्रैल में बाइडन ने सभी अमेरिकी सैनिकों को 11 सितंबर से पहले अफगानिस्तान छोड़ने का आदेश दिया, जो कि आतंकवादी हमलों की 20वीं वर्षगांठ होगी, जिसने अमेरिका को अपने सबसे लंबे युद्ध में खींचा। युद्धग्रस्त देश में सुरक्षा की स्थिति खराब हो गई है क्योंकि तालिबान आतंकवादियों ने सरकारी बलों के खिलाफ भारी लड़ाई जारी रखी है और 1 मई को अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से अपनी स्थिथ्त मजबूत कर ली है।

द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान की प्रगति ने अमेरिकी खुफिया समुदाय को यह निष्कर्ष निकालने के लिए प्रेरित किया है कि अफगानिस्तान की सरकार देश से अमेरिकी सेना की पूरी तरह से वापसी के 6 महीने बाद ही गिर सकती है। बाइडन ने शुक्रवार को कहा मुझे लगता है कि उनके पास सरकार को बनाए रखने में सक्षम होने की क्षमता है। लेकिन मुझे चिंता है कि वे आंतरिक मुद्दों से निपटते हैं कि नहीं। उन्हें सरकार को बनाए रखने के लिए देश भर में जिस तरह का समर्थन चाहिए, उसे उन्हें उत्पन्न करने में सक्षम होना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि राजधानी काबुल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अफगान सेना को अपनी क्षमताओं पर निर्भर रहने की जरूरत है। बाइडन के ये शब्द तब आए जब अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान में एक बड़ा सैन्य अड्डा छोड़ दिया था। अफगान रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने दिन में पहले पुष्टि की कि अफगानिस्तान में सभी अमेरिकी और नाटो बलों ने काबुल के पास बगराम एयरफील्ड को खाली कर दिया है।