Post Views: 1,171 बाबा हरदेव वास्तवमें महानता उसीकी है जो सभी कर्मोंको निभाता हुआ निरलिप्त अवस्थामें रहता है। जैसे कमलका फूल जलमें रहता है। जलमें रहकर भी जलसे विलग रहता है, उसकी निरलिप्त अवस्था रहती है। कोई समझानेके लिए कहे कि कमलके फूलको यदि निरलिप्त रहना है तो उसे उठाकर किसी स्थानपर रख दीजिए। तब […]
Post Views: 1,041 यह डिजीटल समय है, जहां सूचनाएं, संवेदनाएं, सपने-आकांक्षाएं, जिन्दगी और यहांतक कि कक्षाएं भी डिजिटल हैं। इस कठिन कोरोना कालने भारतको असलमें डिजिटल इंडिया बना दिया है। जिन्दगीका हर हिस्सा तेजीसे डिजिटल हुआ है। पढ़ाई-लिखाईके क्षेत्रमें इसका व्यापक असर हुआ है। प्राइमरीसे लेकर उच्चशिक्षा संस्थानोंने आनलाइन कक्षाओंका सहारा लेकर नये प्रतिमान रचे […]
Post Views: 1,136 जग्गी वासुदेव आपको कर्मोंको सुलझानेमें असलमें कोई प्रयास नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि जब आप अपने कर्मोंके साथ खेल रहे हैं तो आप ऐसी चीजके साथ खेल रहे हैं, जिसका कोई अस्तित्व नहीं है। यह मनका एक जाल है। बीते हुए समयका कोई अस्तित्व नहीं है परन्तु आप इस अस्तित्वहीन आयामके साथ ऐसे […]