मऊ

इंटरसिटी एक्सप्रेस में “एक फूल,दो माली”


  1. मऊ।फिल्मों में “एक फूल,दो माली” के किस्से बहुत देखे होंगे।लेकिन,शुक्रवार को तब मंडुवाडीह से गोरखपुर जा रही 05104 इंटरसिटी एक्सप्रेस में “एक फूल,दो माली” की स्थिति उत्पन्न हो गयी।जब,ट्रेन के डी थ्री कोच में बर्थ संख्या 54 पर सफर करने के लिए दुल्लहपुर से एक और यात्री सवार हो गया।जबकि,उस ट्रेन में उस सीट पर जखनियां स्टेशन से पहले से ही एक यात्री सफ़र कर रहा था।दुल्लहपुर में ट्रेन के पहुंचते ही जब दूसरा यात्री पहुंचा तो दोनों आपस में ही एक दूसरे का टिकट चेक करने लगे।दोनों के ही टिकट पर कोच संख्या डी थ्री 54 ही अंकित था।यह देखकर दोनों ही यात्री हक्का-बक्का थे।हालांकि पर्याप्त सीटें खाली रहने से दोनों यात्रियों का सामंजस्य नहीं बिगङा।लेकिन,अगर बोगी की सभी सीटें फुल रहतीं तो ट्रेन में किसी भी असामान्य स्थिति उत्पन्न होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था।दरअसल,वाराणसी-मऊ के बीच में इंटरसिटी एक्सप्रेस के नाम से दो ट्रेनें चलती हैं।एक मऊ होते हुए गोरखपुर तो दूसरी मऊ-बलिया होते हुए छपरा तक जाती है।हालांकि एक सुबह तो एक शाम को जाती है।लेकिन,आरक्षण करते-कराते वक्त कतिपय यात्रियों को तो यात्रियों को आरक्षण खिङकी के लिपिकों को भी भ्रम हो जा रहा है।जिससे इन ट्रेनों में “एक फूल,दो माली” जैसे हालात पैदा हो जा रहे हैं।