अन्तर्राष्ट्रीय

ऐपल, ऐमजॉन जैसी कंपनियों में क्यों हो रही छंटनी, मंदी की ओर दुनिया


क्या दुनिया में मंदी की आहट आने लगी है? फेसबुक, ट्विटर, ऐमजॉन समेत दिग्गज कंपनियों ने जिस तरह से छंटनी की है और भर्तियों पर रोक लगाई है, उससे सवाल उठ रहे हैं। बीते करीब एक दशक में टेक इंडस्ट्री में तेज ग्रोथ देखी गई थी और अब सेक्टर में इस तरह छंटनी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। भारत में टेक और एजुटेक कंपनियों ने बड़े पैमाने पर लोगों को नौकरी से निकाला है। Bjyu’s समेत कई कंपनियों में जिस तरह से लोगों को बाहर किया गया है, उससे सवाल खड़े हुए हैं। ऐमजॉन ने ऐलान किया है कि वह कुछ पदों पर भर्ती नहीं करेगा। वहीं ऐपल का कहना है कि वह भी कुछ विभागों में भर्तियों पर रोक लगाने जा रहा है। इनसे कुछ महीने पहले ही दिग्गज टेक कंपनियों गूगल और फेसबुक ने भी हायरिंग पर रोक लगा रखी है। इसके अलावा कुछ स्टार्टअप्स ने तो बड़े पैमाने पर छंटनी की है। ट्विटर ने तो एक ही दिन में करीब आधे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। यह हाल उन कंपनियों का है, जिन्हें बड़े पैमाने पर कमाई हुई है या फंडिंग मिली है। लेकिन मुनाफे में कमी और मंदी की आहट ने इन कंपनियों को खर्च में कटौती करने के लिए मजबूर किया है। केपीएमजी के एक सर्वे के मुताबिक अगले कुछ महीनों में कई और कंपनियां छंटनी की राह पर बढ़ सकती हैं। दरअसल कोरोना काल में ऑनलाइन कंपनियों से जिस तरह यूजर जुड़े थे, वह आंकड़ा अब कम होने लगा है। ऑनलाइन कॉन्टेंट ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल की बजाय दुनिया अब फिर से पहले वाले मोड पर लौटने लगी है। दुनिया की नामी कंपनी ऐमजॉन हो या फिर भारत की एजुटेक कंपनी Bjyu’s सभी को घाटा झेलना पड़ा है। ऐमजॉन का मुनाफा बीते साल की तीसरी तिमाही के मुकाबले इस बार 22 फीसदी कम रहा है। कंपनी का कहना है कि डिमांड में कमी आई है। ऐसे में ऐमजॉन ने अब नई भर्तियों पर रोक लगा दी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक फेसबुक के मालिकाना हक वाली कंपनी मेटा में हजारों कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है। माइक्रोसॉफ्ट ने भी करीब 1,000 कर्मचारियों की छंटनी बीते कुछ वक्त में की है। सभी स्तरों और देशों में कंपनी ने काफी लोगों को नौकरी से हटाया है। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने एक बयान में कहा, ‘सभी कंपनियों की तरह हम भी अपनी कारोबारी प्राथमिकताओं का आकलन करते रहते हैं।’ एक और नामी कंपनी इंटेल को लेकर भी खबर है कि हजारों कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है। इस छंटनी से कंपनी की सेल्स और मार्केटिंग टीम पर सबसे ज्यादा असर होगा। कहा जा रहा है कि कंपनी 20 फीसदी स्टाफ को हटा सकती है।