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कृशि एवं उसके अनुशंगिक विभागो समीक्षा बैठक


नारायणपुर, बस्तर कलेक्ट्रेट के सभागार में कलेक्टर की अध्यक्षता में कृशि, उद्यानिकी, रेशम एवं पशुधन विभागो की समीक्षा बैठक आहूत की गई थी। बैठक में सर्व प्रथम कृशि विभाग की विभागीय योजनाओं किसान समृद्धि योजना, द्वि फसलीय क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम, जैविक खेती मिशन, राश्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (दलहन), राश्ट्रीय कृशि विकास योजना (मिलेट्स मिशन) के संबंध मे अध्यतन जानकारी दी गई। इस संबंध में कलेक्टर ने ई-केवाईसी पंजीयन कार्य का शत प्रतिशत करने का निर्देश दिया। साथ ही जैविक खेती मिशन अंतर्गत जिले के प्रगतिशील कृशकों को अन्य राज्यों के कृशि संस्थानों तथा कृशि उत्पादन एवं कृशि की आधुनिक तकनीक से परिचित कराने के उद्देश्य से कराये जाने वाले शैक्षणिक भ्रमण का प्रस्ताव भी शीघ्र ही प्रस्तुत करने को कहा। कलेक्टर ने बैठक में यह भी कहा कि चुंकि इस वर्श अबुझमाड़ क्षेत्र के अधिक से अधिक कृशकों द्वारा धान विपणन में उल्लेखनीय भागीदारी थीं अतः आगामी खरीफ वर्श में धान खरीदी के परिप्रेक्ष्य में कृशकों की संख्या को बढ़ाने हेतु विभाग द्वारा प्रयास प्रारंभ किया जाना चाहिए। इसके लिए किसानो का दस्तावेज संकलन, आधार एवं बैंक एकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर देवें। इसके साथ ही विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि किसान समृद्धि योजना अंतर्गत नलकूप खनन, पंप प्रतिस्थापन के तहत् लक्ष्य अनुरूप 43 कृशकों का इसका लाभांवित किया गया इसके अलावा मिलेट्स मिशन के तहत् 1700 हेक्टेयर में रागी का उत्पादन किया जा रहा है। इस क्रम में पशुधन विभाग द्वारा पशु उपचार, टीकाकरण, अनुदान पर बैकयार्ड कुकुट ईकाई वितरण, सांड एवं सूकरत्रयी वितरण योजना की जानकारी दी गई। इस पर कलेक्टर ने विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि हितग्राही मूलक योजनाओ में वास्तविक हितग्राहियों को ही विभागीय योजनांतर्गत लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करे। इसके साथ ही बैठक मे रेशम विभाग द्वारा टसर, मलबरी एवं रैली कोसा, विस्तार कार्यक्रम, टसर धागाकरण प्रशिक्षण कार्य, मत्स्य विभाग द्वारा अपनी विभागीय हितग्राहि मूलक योजना की जानकारी दी गई l