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क्या पुलिस की पहुंच से दूर नेपाल पहुंच चुका है अतीक का बेटा?


प्रयागराज: बसपा विधायक राजू पाल के गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के मामले में अतीक, उसकी बीवी, बेटे सहित कई को नामजद किया गया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिह्नित अतीक के बेटे असद समेत पांच शूटर, बमबाज पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित है। हत्याकांड के 15 दिन भी बाद फरार शूटरों को गिरफ्तार करने में पुलिस और एसटीएफ की टीम नाकाम है।

नेपाल में किसी सेफ हाउस में छिपे होने की आशंका

इस हत्याकांड के दो सप्ताह से ज्यादा वक्त गुजरने के बाद अब कहा जा रहा है कि अतीक के बेटे असद समेत बमबाज गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और अरमान बहुत ही सुरक्षित जगह पहुंच चुके हैं। साबिर के बारे में तो अभी प्रयागराज के आसपास ही होने का संदेह है, लेकिन असद के बारे में अनुमान है कि वह बिहार होते हुए नेपाल में किसी सेफ हाउस में पहुंच गया है, जहां से उसके बारे में पता लगाना कठिन है।

नेपाल में अतीक के हैं तमाम संपर्क

नेपाल में मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के तमाम संपर्क हैं। कहा जा रहा है कि अतीक के नेटवर्क के दम पर असद और अन्य शूटर नेपाल में छुपे हो सकते हैं। पुलिस और एसटीएफ की टीमें लगातार आरोपियों की तलाश में बिहार व आसपास के इलाकों में छापेमारी कर रही हैं।

साबरमती में छिपे होने की आशंका

गुजरात के साबरमती में भी माफिया अतीक के कुछ गुर्गों के छिपने की आशंका जताई गई है। साबरमती जेल में अतीक से भी पुलिस टीम पूछताछ कर सकती है। एसटीएफ ने गुजरात पुलिस से भी शूटरों को पकड़ने के लिए मदद मांगी है। एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि साबरमती जेल में माफिया अतीक को निरुद्ध किए जाने के बाद उसका खास गुर्गा आसिफ उर्फ मल्ली अपने कई साथियों के साथ गुजरात पहुंचा था। वह साबरमती जेल के पास ही एक अपार्टमेंट में किराए पर फ्लैट लेकर रहता था। वहां कई गुर्गो का आना-जाना होता था।

यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी

उमेश पाल और दो गनर की हत्या के ग्यारहवें दिन पहली गोली मारने वाले शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। विजय चौधरी उर्फ उस्मान के मारे जाने के बाद ढाई-ढाई लाख रुपये के इनामी असद, अरमान, गुड्डू बमबाज और गुलाम के पीछे यूपी पुलिस की 15 टीम लगी है। इनमें माफिया अतीक का बेटा असद अहमद तो फिलहाल यूपी पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी है।

24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या

राजू पाल हत्याकांड के गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की दोनों गनर समेत 24 फरवरी की शाम सुलेम सराय में जीटी रोड पर सनसनीखेज तरीके से गोली-बम मारकर हत्या कर दी थी।