Post Views: 689 जग्गी वासुदेव काम करनेका असली आनन्द वही जान सकता है, जिसे काम करनेकी कोई जरूरत न हो। जब आपको मजबूरीमें काम करना पड़ता है तो आप नहीं जान पाते कि काम करना क्या होता है। यदि मैं आंखें बंद कर लूं तो मैं मरनेतक इसी तरह बैठा रह सकता हूं। यदि मैं […]
Post Views: 534 भारत जैसे लोकतांत्रिक राष्ट्रमें लोकतांत्रिक मूल्योंकी मजबूती उसके संविधानपर टिकी हुई है। संविधानमें निहित प्रावधान कई कारकोंको ध्यानमें रखकर बनाये जाते हैं, ताकि उनके अनुपालनके जरिये एक समावेशी और लोकतांत्रिक व्यवस्थाका मजबूतीसे निर्माण किया जा सके। शिक्षा, एक ऐसा ही कारक है, जिसपर समुचित ध्यान दिये बिना न्यायके साथ विकासकी अवधारणा पूरी […]