पटना

गया: बिना उद्घाटन के शुरू हुआ पितृपक्ष


गया। गया जी में एक पखवाड़े तक चलने वाले पितृमुक्ति् का महापर्व पितृपक्ष अनंत चतुर्दशी से शुरू हो गया, जो आश्विन मास की अमावस्या तिथि तक चलेगा। इस बार जिला प्रशासनकी ओर से पितृपक्ष मेला को स्थगित कर दिया गया है इस कारण पितृपक्ष बिना उद्घाटन के ही शुरू हो गया।

इतिहास में लगातार दूसरा वर्ष ऐसा रहा जहां पितृपक्ष के उद्घाटन समारोह कोरोना की भेंट चढ़ गया। देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों के भव्य स्वागत के लिए जिला प्रशासन के द्वारा मुकम्मल तैयारियां रहती थी। साफ सफाई, शुद्ध पेयजल, आवासन, सुरक्षा सहित कई अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रशासन द्वारा तीर्थ यात्रियों को दी जाती थी, लेकिन इस वर्ष कुछ ऐसा नहीं दिखाई पड़ रहा है।

मेला के स्थगन होने से विष्णुपद इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। रविवार को त्रिपाक्षिक गया श्राद्ध करने वाले पिंडदानियों ने पुनपुन नदी एवं शहर के गोदावरी में इक्के-दुक्के श्रद्धालुओं ने अपने पितरों के निमित्त श्राद्ध और तर्पण कर 17 दिवसीय कर्मकांड का शुभारंभ किया। पुनपुन घाटों एवं गोदावरी तालाब में तीर्थ यात्रियों ने अपने पुरोहितों के पांव पूजन एवं संकल्प करा कर पहले दिन का कर्मकांड संपन्न किया।

हालांकि इस बार जिला प्रशासन ने पितृपक्ष मेला 2021 को प्रशासनिक रूप से स्थगित कर दिया है। लेकिन पिंडदान करने की मनाही नहीं है। गया श्राद्ध के दूसरे दिन आस्थावान अपने पूर्वजों के निमित्त तर्पण के लिए भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा सोमवार को फल्गु नदी में दूध का तर्पणकर पितरों का आहवान करेंगे।