चंदौली

चंदौली। काले सोने के हेर-फेर में मंडी हुई दागदार


मुगलसराय। एशिया की सुप्रसिद्घ चंधासी कोलमंडी में कोयले के हेर-फेर से दिन रात करोड़पति का सपना संजोने वाले सफेद पोश का लबादा ओढ़े व्यापारियों का गाहे बगाहे पोल खुलती रहती है। इसी तरह का एक मामला एनसीएल की खदान से राजस्थान के चित्तौड़ जाने के लिए निकला कोयला चंधासी जाने वाले रास्ते पर मुड़ा तो चोपन और राबट्र्सगंज पुलिस ने रास्ते में ही पकड़ लिया। ट्रक चालकों ने बताया कि डिबुलगंज निवासी एक व्यक्ति ने उन्हें फर्जी कागज उपलब्ध कराए और कोयले को चंधासी मंडी में ले जाने को कहा। पुलिस ने तस्करी के रैकेट में शामिल आरोपियों के नाम का खुलासा किया है। जिसमें बबलू सिंह निवासी सिंगरौली, विरेंद्र जायसवाल निवासी वाराणसी, ट्रक मालिक उर्मिला पांडेय, धर्मेंद्र यादव, कमलेश यादव और खरीदार के तौर पर मेसर्स सिंह इंटरप्राइजेज कोल मंडी चंधासी शामिल है। चंधासी कोयला मंडी में अवैध कारोबार शुरु से ही फलता फूलता रहा है। कई बड़े व्यापारी और सफेदपोश भी खेल में शामिल हैं। मंडी में पत्थर को पीसकर भी कोयला में डालने का कारोबार होता है। जबकि पड़ाव, डांडी और चंधासी में बने धर्म कांटा के पास खाली ट्रक खड़ा कर दिया जाता है। जो भी ट्रक कोयला लादकर आता है उनके चालक तीन से पांच टन तक कोयला हर टिप में उतारते हैं और इसके बदले कुछ पैसे लेकर चलते बनते हैं। ट्रकों से उतारा गया कोयला जब इक_ा हो जाता है तब कोयला मंडी में भेजकर यहां से फर्जी कागजात बनाकर कोयले को कारखानों में भेज दिया जाता है।