पटना

जहानाबाद: अवैध बालू उत्खनन का कुख्यात माफि़या व बीएसएफ़ का भगोड़ा हथियार के साथ गिरफ्तार


      • गिरफ्तार बालू माफि़या जहानाबाद व गया में कई कांडों में वांछित था मृत्युंजय
      • बालू उत्खनन का विरोध करने पर फ़ायरिंग कर मचाया था दहशत

जहानाबाद। पुलिस ने बालू माफि़या व बीएसएफ़ का भगोड़ा मृत्युंजय कुमार को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। इसकी गिरफ्तारी नगर थाना क्षेत्र के काको रोड से हुई है। पुलिस ने उसके पास से पल्सर मोटरसाइकिल, 315 बोर का लोडेड कटा तथा पांच जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।

बीएसएफ़ का भगोड़ा है मृत्युंजय

अवैध बालू उत्खनन समेत कई मामलों का वांछित अभियुक्त हुलासगंज थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवासी मृत्युंजय कुमार बीएसएफ़ की नौकरी छोड़कर भाग आया था। संपत्ति अर्जित करने की उसकी भूख उसे अपराध जगत में खींच लाया। मृत्युंजय को गांव के लोग सिपाही जी भी कहते हैं। धीरे-धीरे अपराध के दलदल में वह फ़ंसता चला गया और अवैध तरीके से बालू खनन का धंधा शुरू कर दिया। विरोध करने पर गोलीबारी कर दहशत पैदा करना इसके वाएं हाथ का खेल था। हालांकि पुलिस ने इसे फि़र से गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। पुलिस इसे बड़ी कामयाबी के रूप में देख रही है।

क्या कहते है पुलिस कप्तान

इस बाबत पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन ने बताया कि मृत्युंजय लंबे समय से अवैध तरीके से बालू उत्खनन में संलिप्त था। एसपी ने बताया कि 17 जून को भूतही नदी के समीप महादलित परिवार के लोगों के वासीगत पर्चे बाले जमीन से बालू उत्खनन कर रहा था। जिसका विरोध करने पर दहशत पैदा करने के उद्देश्य से उसके द्वारा गोलीबारी की घटना को भी अंजाम दिया गया था। हालांकि इसके पहले भी वह अन्य कई अपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है। वह अपराधिक घटनाओं में संलिप्ता के कारण कई बार जेल भी जा चुका है। उसके विरुद्ध हुलासगंज, काको, घोसी के साथ-साथ गया जिले के बोधगया थाने में भी मामले दर्ज हैं।

एसपी ने बताया की गुप्त सूचना मिली थी कि मृत्युंजय पल्सर मोटरसाइकिल से जहानाबाद आया हुआ है, जिसके आधार पर उस पर नजर रखी गई और काको रोड से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद जब सख्ती से पूछताछ किया गया तो वह घोसी थाना क्षेत्र के गिंजी निवासी एक अन्य शागिर्द का भी नाम बताया। जब उसके बताए हुए ठिकाने पर पुलिस ने छापेमारी की लेकिन उसकी गिरफ्तारी तो नहीं हो सकी। हालांकि रंगदारी में वसूले गए डेढ़ लाख रूपए की बरामदगी हुई है।