पटना

जहानाबाद: खाते से ढाई लाख से अधिक उड़ाने वाले साइबर फ्रॉड चढ़ा पुलिस के हत्थे


मकान मालिक का एटीएम व सिमकार्ड चुराकर लगाया था लाखों की चपत

जहानाबाद। जिले में साइबर फ्रॉड की घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही है। इस बार मामला एक किरायदार का है, जिसने अपने मकान मालिक का एटीएम और सिमकार्ड गायब कर उनके खाते से लगभग 2 लाख 60 हजार रुपए की निकासी कर ली थी। इस साइबर फ्रॉड रवि रंजन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की गिरफ्त में आया साइबर फ्रॉड भेलावर ओपी क्षेत्र के पैगंबरपुर का रहने वाला है।

एएसपी हरिशंकर कुमार ने साइबर फ्रॉड की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि बीते साल दिसंबर महीने में कैदी वाहन के चालक श्यामनंदन प्रसाद ने नगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उसके खाते से साइबर अपराधियों ने लगभग 2 लाख 60 हजार रुपए की निकासी कर ली है। मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस अनुसंधान में जुटी थी। अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने वैज्ञानिक एवं तकनीकी जांच के आधार पर रवि रंजन तक पहुंची। वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने मामले का भंडाफोड़ करते हुए रवि रंजन को हिरासत में लिया है।

इधर मखदुमपुर थाना क्षेत्र के कलुआचक नारायपुर निवासी पीड़ित श्याम नंदन प्रसाद ने बताया कि वह वर्तमान में कैदी वाहन के चालक पद पर कार्यरत हैं। टेहटा बाईपास पर उनका अपना मकान है। उसी मकान में रवि रंजन किराए पर एक दुकान लेकर मोबाइल रिचार्ज करने एवं मरम्मत करने का काम करता था। वे यदा-कदा उसी के दुकान में उठते बैठते थे। इसी दौरान उसने मौके का फायदा उठाकर उनकी वर्दी से एटीएम कार्ड गायब कर दिया।

जब उन्हें एटीएम कार्ड गायब होने की जानकारी मिली तो उन्होंने एटीएम कार्ड बंद करा दिया। लेकिन, तबतक उनके खाते से अलग-अलग दिनों में लगभग दो लाख 60 हजार रुपए की निकासी कर ली गई थी। उन्होंने बताया कि रवि रंजन ने उनके मोबाइल से उनका सिमकार्ड भी गायब कर दिया। हालांकि उस वक्त उन्होंने इस संदर्भ में नगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही थी।

जांच के क्रम में ही पुलिस ने साक्ष्य के आधार पर रवि रंजन को गिरफ्तार किया। उनका कहना है कि कुछ दिन पहले से ही उन्हें आभास हो रहा था कि इस घटना में जान पहचान का ही कोई आदमी शामिल है। इधर, रवि रंजन की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर से जिले में संचालित साइबर कैफे एवं मोबाइल दुकान के संचालकों पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।

हाल के दिनों में साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी और गिरोह के भंडाफोड़ होने के बाद जिले के लोग मांग कर रहे हैं कि साइबर अपराध गिरोह को नेस्तनाबूद करने के लिए जिले में संचालित साइबर कैफे एवं ग्राहक सेवा केंद्र की कड़ाई से जांच की जाए।