पटना

जहानाबाद: जिले के 93 पंचायतों में 186 सामुदायिक शौचालय बनाने का है लक्ष्य


बैठक में प्रखण्डों में चल रहे विकास कार्यों की डीएम ने की समीक्षा

जहानाबाद। शनिवार को जिलाधिकारी हिमांशु कुमार राय की अध्यक्षता में प्रखंड में चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा को लेकर बैठक आयोजित की गई। डीएम ने कहा कि जिस प्रखंड में बीडीओ का स्थानांतरण हो गया है, वहां नये पदस्थापित अधिकारियों को लंबित कार्यों के बारे में बताएं ताकि किसी भी कार्य में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।

वहीं उप विकास आयुक्त मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले में 10 परिवार है, जिनके पास अपना कोई भूमि नहीं है। वे भूमि क्रय करने की स्थिति में नहीं है। डीएम ने शीघ्र संबंधित परिवारों से समन्वय स्थापित कर उन्हें योजना के लाभ देने का निर्देश दिया। उन्होंने बीडीओ को नियमित रूप से आवास सहायकों के माध्यम से प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का क्षेत्र में भ्रमण कर घरों का निर्माण कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।

बैठक में बताया गया कि 93 पंचायत में 186 सामुदायिक शौचालय बनाने का लक्ष्य है, जिसमें 80 को पूर्ण कर लिया गया है। कचरा प्रबंधन का सर्वे किया जा रहा है, जिसके लिए विभाग द्वारा 564 गांव को लक्षित किया गया है। 516 में सर्वे कर लिया गया है, शेष 48 गांव बचा है, जिसमें 19 गांव बेचिरागी हैं, उसे विभाग द्वारा डाटा सुधार किया जा रहा है। जिले में 25 पंचायत को कचरा प्रबंधन के लिए चयन किया गया है।

उप विकास आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री सात निश्चित योजना के तहत हर घर नल का जल तथा पक्की नली-गली का कार्य भी शत प्रतिशत कर लिया गया है। नल जल की सुविधा लेने वाले लाभुकों से नियमित रूप से प्रत्येक माह में 30 रुपये वसूली के लिए राशि को भुगतना के लिए लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया। निबंधन-सह-परामर्श केन्द्र द्वारा अच्छा कार्य किया गया है।

ग्राम परिवहन योजना के तहत जिले के सभी पंचायत में पांच-पांच योग व्यक्ति को आटो रिक्शा एक लाख राशि के अनुदान पर दिया जाना है, जिसके तहत काफ़ी पंचायत में दे दिया गया है। कोविड-19 के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए तथा कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित तीसरे लहर से निपटने के लिए सरकार द्वारा प्रत्येक प्रखंड में दो-दो एम्बुलेंस दो लाख के अनुदान पर दिया जाना है, ताकि किसी भी विकट परिस्थिति में वे एम्बुलेंस पंचायत के लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अथवा सदर अस्पताल तक पहुंचा सके।