News TOP STORIES नयी दिल्ली राष्ट्रीय

जेपी नड्डा का दावा- दिसंबर तक देश के पास होगी 200 करोड़ वैक्सीन की खुराक, 19 कंपनियां बनाएंगी टीका


  • नई दिल्ली,। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार की तैयारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक भारत में 19 कंपनियां वैक्सीन बनाएंगी और देश में 200 करोड़ वैक्सीन की खुराक होगी। उन्होंने यह बात वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अरुणाचल प्रदेश में भाजपा के नए कार्यालय भवन का उद्घाटन करते हुए कही।

जेपी नड्डा ने इस दौरान कहा कि पिछले साल हमारे पास एक टेस्टिंग लैब थ और हमारी टेस्ट क्षमता 1500 थी। आज देश में एक दिन में 25 लाख सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं और हमारे पास 2500 लैब हैं। कोविड से निपटने के लिए भारत सरकार की तैयारी काबिले तारीफ है और देश की ताकत को दर्शाती है।

नड्डा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, हमने राज्यों को प्रदान करने के लिए अपने ऑक्सीजन उत्पादन को 900 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 9446 मीट्रिक टन कर दिया। 9 महीनों के भीतर भारत के पास दो टीके उपलब्ध थे। हमारे देश के इतिहास में यह एक अभूतपूर्व कदम था। अभियान की शुरुआत में केवल 2 कंपनियां ही वैक्सीन बना रही थीं। आज भारत में 13 कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं। दिसंबर तक भारत में 19 कंपनियां वैक्सीन बनाने लगेंगी और भारत के पास 200 करोड़ वैक्सीन की खुराक उपलब्ध होगी।

अरुणाचल प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पिछले दो दशकों में, भाजपा एक कमरे से एक समर्पित कार्यालय तक पहुंच गई है। यह कार्यालय 472 वर्ग किलोमीटर में बना है। इसमें छह मंजिल और 33 कमरे हैं। कैंटीन, सम्मेलन कक्ष, आइटी-सोशल मीडिया सेल और पुस्तकालय भी है। इसमें हर वह सुविधा है जो एक कार्यलय में होनी चाहिए।

नड्डा ने कहा कि कार्यालय और ऑफिस में अंतर होता है। एक ऑफिस 9-5 से चलता है, लेकिन एक कार्यालय 24*7 चलता है। कार्यकर्ता हर समय एक कार्यालय में कई मुद्दों पर चर्चा करते हैं। भाजपा प्रमुख ने पूर्वोत्तर राज्यों पर ध्यान देने के लिए केंद्र सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि 2014 में पीएम मोदी के सत्ता में आने तक पूर्वोत्तर की उपेक्षा की गई थी। पीएम की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के कारण, सरकार ने पूर्वोत्तर पर ध्यान केंद्रित किया है और बहुत सारे विकास कार्य किए जा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में खुद पीएम मोदी ने कम से कम 30 बार पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा किया है।