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चीनी साम्राज्यवादके मुकाबलेका वक्त
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Post Views: 546 जी. पार्थसारथी रूस और अमेरिका, दोनों देशोंके साथ हमारे संबंध मधुर हैं। तथापि आजकी दुनियामें हकीकत यह है हमारी सीमाओंपर शी. जिनपिंगके नेतृत्ववाले चीनसे चुनौतियां दरपेश हैं। चीन अपनी बढ़ती आर्थिकी और सैन्य ताकतका निरंतर दुरुपयोग करते हुए १८ मुल्कोंके साथ लगती थलीय और जलीय सीमा संबंधी मनमाने दावे जता रहा है। […]
जब भारतकी सुरक्षाको सर्वोपरि रखा गया
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 792 अभिनय आकाश सत्ताके लिए नैतिकताके मूल्य जानबूझकर तोड़े गये, भाषाकी मर्यादा भी टूटती रही। महाभारत क्या है। सत्ताके लिए निरन्तर टूटती मर्यादाएं। महाभारतके युद्धके वक्त तमाम तरहके कायदे तय हुए थे जैसे सूर्यास्तके बाद कोई शस्त्र नहीं उठायेगा, स्त्रियों, बच्चों और निहत्थोंपर कोई वार नहीं करेगा। महाभारत तो परम्पराओंकी कहानी है लेकिन […]
विस्मयका बोध
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 1,106 श्रीश्री रविशंकर जब हम जागरूक होते हैं तब सारी सृष्टि चमत्कारोंसे भरी पड़ी है। यह समग्र सृष्टि विस्मित होनेके लिए आश्चर्यचकित होनेके लिए है। वह एक ही चेतना है जो दीयेके रूपमें जलती है और जो प्राण वायु लेती है। विस्मय आध्यात्मिक उद्ïघाटनका आधार है। यह कितना अद्भुत है कि सृष्टि सर्वत्र […]