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जीवनमें अनिश्चितता
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 816 श्रीश्री रवि शंकर जीवनमें अनिश्चितताको देखो, यही सत्य है। जरा पीछे घूमकर दृष्टि डालो, अब तक तुमने जो कुछ भी किया वह स्वप्न की तरह लगेगा। भविष्यमें तुम चाहे कुछ भी करो, शहरको महापौर बना तुम कई बार रोए-रोए हो, क्रोधित हो, बहुत बार लड़ाई, झगड़ा किए हो, तो क्या सब कुछ […]
वर्तमान राजनीति परिदृश्यमें खतोंकी अहमियत
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 971 राजनीतिके वर्तमान गलाकाट परिदृश्यमें पिछले दिनों नेताओं द्वारा लिखे गये पत्र आमजन मानसका ध्यान आकृष्टï करनेमें सफल रहे हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि राष्टï्रीय एवं अन्तरराष्टï्रीय स्तरपर लिखे गये यह खत एक तरफ जहां उम्मीदोंका चिराग रोशन करनेका प्रयास करते दिखे वहीं, सत्तासे बिछड़नेकी आशंका भी सिरपर सवार दिखी। आश्चर्यजनक […]
कांग्रेस संघटनात्मक कार्यशैलीमें सुधारकी जरूरत
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 639 आनन्द उपाध्याय ‘सरस’ भारतके स्वतंत्रता आन्दोलनमें कांग्रेसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। स्वतंत्रताप्राप्तिके बाद दशकोंतक इस राजनीतिक दलका केन्द्र और प्राय: अधिकांश राज्योंमें सत्तारूढ़ पार्टीके रूपमें एकछत्र आधिपत्य स्थापित रहा। हालांकि इस समयान्तरालमें पार्टी विभिन्न अंतर्विरोधोंके चलते लगभग दर्जनभर बार विभाजित भी हुई। लेकिन फिर भी १९६९ के विभाजनके बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसने अपने […]