काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों ने गुरुवार को मिर्जापुर के खुटहाँ गांव में ड्रोन की सहायता से उतेरा विधि से गेहूं की बुवाई की। इस दौरान मौजूद गांव के सैकड़ों किसानों ने देखा और सराहा। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर रमेश चंद के नेतृत्व में विभागाध्यक्ष कृषि अभियंत्रिकी प्रोफेसर एके नेमा और गेहूं के प्रजनक प्रोफेसर वीके मिश्र तथा ड्रोन स्पेशलिस्ट अभिनव कुमार सिंह ठाकुर ने उतेरा विधि के विभिन्न प्रकार के उपयोग पर किसानों के बीच चर्चा की। इसके साथ ही आने वाले वर्षों में धान की फसल में गेहूं की बोवाई ड्रोन से करने पर विचार किया गया। उन्होंने कहा कि ड्रोन मे कई तरह से वैज्ञानिक सुधार करके इसका कृषि में विभिन्न प्रकार के प्रयोग किया जा सकता है।
Related Articles
वाराणसीः विरोध के बाद बदले मंत्री के सुर, बोले-रजिस्ट्री ऑफिस में अधिवक्ताओं की एंट्री पर रोक नहीं
Post Views: 459 अक्सर विरोध प्रदर्शन के दौर के बाद शासन में मंत्री रहने वालों को अपने बयान से बैकफुट पर आना पड़ता है. ऐसा ही कुछ हुआ है योगी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टांप न्यायालय शुल्क एवं निबंधन विभाग के मंत्री रविंद्र जायसवाल के साथ भी. रजिस्ट्री ऑफिस में अधिवक्ताओं के प्रवेश […]
सर्दी-जुकाम की दवाएं देकर कोरोना मरीजों से लाखों वसूल रहे निजी हास्पिटल
Post Views: 419 होम आइसोलेशनमें हजार रुपये में ही हो रहे स्वस्थ चिकित्सा माफिया बन गये निजी अस्पतालों के संचालक कोविड काल में निजी हास्पिटलो के संचालक पूर्णतया चिकित्सा माफिया बन बैठे है। कोविड मरीजों से हफ्ता वसूली के तर्ज पर प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जिला प्रशासन के लाख प्रयास के बाद […]
कोरोना कालमें मीडिया की भूमिका रही सराहनीय-शशिकान्त उपाध्याय
Post Views: 445 स्वास्थ्य संचार सुदृढ़ीकरण कार्यशाला, मीडियाकर्मियों ने भी साझा किये कोरोना काल के अपने अनुभव कोविड.१९ से सुरक्षित रहने के बारे में समुदाय को जागरूक करने में मीडिया की अहम् भूमिका रही । बीमारी से बचाव एवं नियंत्रण दोनों में सहयोग मिला । उनके सकारात्मक भूमिका निभाने का ही नतीजा रहा कि आज […]