Post Views: 682 शिवप्रसाद ‘कमल’ शिवका अर्थ है कल्याण करनेवाला। जगत्ïमें सर्वत्र कल्याण कारक तत्व विमान है। सारी सृष्टिï शिवमय है। शक्तिके साथ शिव सदा चिरण करनेवाले योगी हैं। विरक्ति और सम्पृक्ति शिवका सबसे बड़ा गुण है। आदि शंकराचार्य कहते हैं, शंकर ही माया कुहेलिकाके आर-पार देखनेवाला अनश्वर अविनाशी देव है। तारा महारानी उसीके साथ […]
Post Views: 856 हमारी लापरवाहीका परिणाम है कि कोरोनाके मामले बढ़ रहे हैं और जीवन प्रभावित हो रहा है। पहली लहरका पीक १७ सितंबरको था, जब करीब ९७ हजार केस सामने आये थे। उसके मुकाबले दूसरी लहरमें ८ अप्रैलको १ लाख ३१ हजार ८७८ नये केस सामने आये। पिछले साल वायरसके शुरू से लेकर अबतक […]
Post Views: 825 श्रीराम शर्मा भगवानके अनगिनत नाम हैं, उनमेंसे एक नाम है सच्चिदानंद। सत्ïका अर्थ है टिकाऊ अर्थात न बदलने, न समाप्त होनेवाला। इस कसौटीपर केवल परब्रह्मï ही खरा उतरता है। उसका नियम, अनुशासन, विधान एवं प्रयास सुस्थिर है। सृष्टिके मूलमें वही है। परिवर्तनोंका सूत्र संचालक भी वही है। इसलिए परब्रह्मïको सत्ï कहा गया […]