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दिल्लीवासियों को घर बैठे मिलेंगी MCD की ये 15 सेवाएं, नहीं काटने होंगे दफ्तर के चक्कर –


नई दिल्ली । दिल्ली नगर निगम से संबंधित सेवाओं के लिए सायबर कैफे या फिर निगम कार्यालय जाने की जरुरत आने वाले दिनों में नहीं होगी। निगम द्वारा तय की गई एजेंसी के कर्मी घर पर आकर शुल्क के साथ यह सेवाएं देंगे।

इसमें जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदन से लेकर फैक्ट्री, ट्रेड समेत 15 सेवाओं की सुविधा मिलेगी। डो स्टेप डिलीवरी नीति के यह निगम इस योजना पर काम कर रहा है। इससे संंबंधित प्रस्ताव आगामी निगम सदन की बैठक में मंजूरी के लिए आएगा।

 

प्रस्ताव के अनुसार निगम अपनी इन सेवाओं के लिए एक एजेंसी को अनुबंधित करेगा। यह एजेंसी जो ज्यादा राशि निगम को देगी उसके आधार पर उसे यह काम दिया जाएगा। वैसे नागरिकों से लिए जाने वाले शुल्क की राशि तय होगी वहीं ली जाएगी।

इसमें घर पर यह सेवा लेने के लिए नागरिकों को निगम की वेबसाइट या फिर टोल फ्री नंबर पर आवेदन करना होगा। इसके बाद जो मोबाइल सहायक संबंधित उपभोक्ता को आवंटित होगा वह घर आकर जन्म, मृत्यु, फैक्ट्री, ट्रेड, पेट डॉग रजिस्ट्रेशन समेत एमसीडी की 15 सेवाओं के लिए आवेदन करेगा।

कितना लगेगा शुल्क?

इसके लिए प्रति विजीट का शुल्क 50 रुपये निर्धारित होगा। इतना ही नहीं 25 रुपये में इससे संबंधित दस्तावेज की मूल प्रति चाहिए तो नागरिकों को इसके लिए प्रत्येक प्रति के लिए 25 रुपये देने होंगे।

निगम के एक अधिकारी ने बताया वैसे तो निगम ने एक हजार से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) से अनुबंध कर रखा है। यह सभी सेवाएं इन केंद्रों पर मिलती है। एक वार्ड में करीब तीन चार सीएसई काम कर रहे हैं। जहां नागरिक तय शुल्क पर यह सेवाएं ले सकते हैं।

कौन-कौन सी सेवाएं मिलेंगी?

  • जन्म प्रमाण पत्र
  • मृत्यु प्रमाण पत्र
  • जन्म प्रमाण पत्र में संशोधन
  • नए हेल्थ ट्रेड लाइसेंस का आवेदन
  • हेल्थ ट्रेड लाइसेंस का नवनीकरण
  • फेक्ट्री लाइसेंस का नया आवेदन व नवनीकरण
  • संपत्तिकर
  • नया पशुपालन लाइसेंस व नवनीकरण
  • तहबाजारी लाइसेंस
  • पार्क बुकिंग
  • सामुदायिक केंद्र बुकिंग
  • कुत्ते का पंजीकरण
  • ट्रेड लाइसेंस का आवेदन व नवनीकरण
  • कन्वर्जन और पार्किंग शुल्क
  • ई- म्यूटेशन

ऐसे में फिर भी नागरिक अगर सायबर कैफे या फिर सीएससी पर नहीं जाना चाहते हैं तो उनके पास इस सेवा का विकल्प होगा। वह तय शुल्क के आधार पर इन सेवाओं को ले सकते हैं।

अधिकारी ने बताया कि बीते तीन वर्षों में निगम की सेवाओं का बढ़े स्तर पर डिजीटलीकरण हुआ है। इसमें यह सेवाएं नागरिकों को स्वयं ऑनलाइन उपलब्ध थी।