पटना

नालंदा में दो एनएच का चल रहा है फोरलेनिंग कार्य- भारतमाला योजना से बनेगी एक नई फोरलेन सड़क जो गया से पटना और दरभंगा को देगी कनेक्टिविटी


बिहारशरीफ-अरवल-बक्सर के रास्ते बनारस तक फोरलेन सड़क बनाने का भेजा गया केंद्र को प्रस्ताव बिहारशरीफ से शेखपुरा-जमुई-जसीडीह-मधुपुर के रास्ते कोलकाता तक नये फोरलेन का भेजा गया प्रस्ताव गया से बिहारशरीफ के बीच बन रही फोरलेन सड़क में राजगीर में बनेगा 8.7 किलोमीटर एलिवेटेड रोड राज्य का अब तक का सबसे लंबा एलिवेटेड रोड होगा राजगीर में

                                –: डॉ कौशलेंद्र :-

बिहारशरीफ। जिले में सड़क संपर्क का हर स्तर पर सुदृढ़िकरण हुआ है। एसएच से लेकर आरसीडी की सड़कें चकाचक हुई है। कई नई सड़क और बाइपास का निर्माण कार्य चल रहा है। एनएच की हालत में लगातार सुधार हुआ है। जिले से गुजरने वाली दो प्रमुख एनएच का फोरलेनिंग का काम जोर-शोर से चल रहा है। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले दिनों में जिले से तीन और फोरलेन सड़क गुजरेगी, जिसमें दो सड़क के फोरलेनिंग के लिए प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जा चुका है और ये दोनों सड़कें अगर स्वीकृत हुई तो जल्द हीं नालंदा की कनेक्टिविटी ना केवल अंतरजिला से होगी बल्कि महानगरों की दूरी भी कम हो सकेगी।

अभी मौजूदा समय में एनएच 20 का फोरलेनिंग का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। रजौली से बख्तियारपुर के बीच इस सड़क में फोरलेनिंग का काम शुरू हो चुका है। यह सड़क कई मायने में आकर्षक और दिलचस्प भी होगी। जिले में इस सड़क की लंबाई लगभग 65 किलोमीटर पड़ेगी, जिसमें लगभग 6 किलोमीटर की दूरी यह सड़क एलिवेटेड मार्ग से होकर गुजरेगी। खास बात यह है कि फोरलेनिंग के बावजूद सड़क का एलाइनमेंट लगभग नहीं के बराबर बदला है। सभी प्रमुख बाजारों में सड़क एलिवेटेड रूप से गुजरेगी।

इसके अलावे एनएच 82 का गया से राजगीर के रास्ते बिहारशरीफ के बीच फोरलेनिंग का काम काफी हद तक पूरा हो चुका है। हालांकि अभी भी सड़क के कई हिस्सों में काम होना शेष है। पर्यटन के दृष्टिकोण से यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है। इस सड़क से नालंदा, राजगीर का बोधगया और गया से सीधे कनेक्टिविटी होगी। सड़क का निर्माण काफी दिनों से चल रहा है। हालांकि निर्माण प्रक्रिया धीमी जरूर है। खास बात यह है कि राजगीर की बीच से गुजरने वाली इस सड़क के 8 किलोमीटर हिस्सा को टू-लेन हीं छोड़ा गया था। वजह यह थी कि फोरलेनिंग से राजगीर के ऐतिहासिक धरोहरों के साथ हीं सुंदरता पर भी ग्रहण लगनी थी। मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने इस सड़क के फोरलेनिंग के साथ हीं निर्णय लिया था कि राजगीर शहर और वादियों से गुजरने वाली इस दूरी के बीच एलिवेटेड फोरलेन रोड बनेगा। बीते कल भारत सरकार ने इस सड़क को एलिवेटेड रूप में बनाने की मंजूरी दे दी है।

अब वनगंगा से अनुमंडल कार्यालय तक 8.7 किलोमीटर लंबी ऐलिवेटेड रोड से एनएच गुजरेगी। इससे जहां राजगीर की प्राकृतिक धरोहर यथावत रह सकेगी, वहीं राजगीर की वादियों की सुंदरता भी बरकरार रहेगी। इतना हीं नहीं एलिवेटेड मार्ग से गुजरने वाले लोग राजगीर के वादियों, पंच पहाड़ियों, गर्म झरना कुंड, वेणु वन, गृद्धकूट पवर्त, शांति स्तूप, किला मैदान, साइक्लोपियन वॉल, वाइल्ड लाइफ सफारी, जू-सफारी, स्वर्ण भंडार, मणियार मठ जैसे धरोहरों की भी झलक सड़क से गुजरने के दौरान पा सकेंगे।

वनगंगा से अनुमंडल कार्यालय तक की सड़क एलिवेटेड होने से राजगीर में लगने वाले मेला तथा अन्य अवसरों पर इस सड़क को बंद नहीं करना होगा। इस सड़क के निर्माण के लिए जल्द ही निविदा आमंत्रित की जायेगी। बताया जाता है कि अभी तक का यह बिहार का सबसे लंबा ऐलिवेटेड रोड होगा।

इसके अलावे भारतमाला योजना अंतर्गत गया, पटना और दरभंगा एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी देने के लिए जिले के करायपरशुराय से एक फोरलेन सड़क बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है। यह एनएच-2 यानी जीटी रोड से उत्तर बिहार को कनेक्टिविटी देगी। नेपाल की भी कनेक्टिविटी मिलेगी। सामरिक दृष्टिकोण से इस सड़क की विशेष महत्ता होगी। यह बिल्कुल नयी फोरलेन सड़क होगी, जिसपर काम शुरू हो चुका है।

पिछले दिनों बिहार सरकार ने कई फोरलेन सड़क बनाने के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजी है, जिसमें दो फोरलेन सड़क नालंदा से होकर गुजरेगी। मौजूदा एनएच 110 जो अरवल से जहनाबाद और एकंगरसराय के रास्ते बिहारशरीफ पहुंचती है, इस सड़क को आरा के रास्ते बक्सर से जोड़कर फोरलेन बनाने की योजना है, जिसकी कनेक्टिविटी बनारस तक होगी और तब बनारस की दूरी हीं नहीं बल्कि दिल्ली की दूरी भी सिमट जायेगी।

इसके अलावे बिहार सरकार द्वारा बिहारशरीफ से कोलकाता तक नया फोरलेन सड़क बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। मौजूदा एनएच 82  जो बिहारशरीफ से बरबीघा तक जाती है को शेखपुरा के रास्ते जमुई, जसीडीह, मधुपुर होते कोलकाता तक जोड़ने की योजना है और यह सड़क भी फोरलेन सड़क होगी। इसके बन जाने से कोलकाता की दूरी काफी कम होगी।

इन सब के अलावे मोकामा से मुंगेर के रास्ते भागलपुर तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना भेजा गया है और इसका विस्तारीकरण मोकामा से सरमेरा तक होनी है। ऐसे में बिहार सरकार द्वारा बनाया गया एसएच-78 जो बिहटा से चंडी, रहुई के रास्ते सरमेरा तक जाती है के शेष भाग को फोरलेनिंग करने की योजना है। ऐसे भी बिहटा से दनियावां के पहले तक इस सड़क के फोरलेनिंग का काम चल रहा है। जो पटना का रिंग रोड भी है। शेष भाग भले ही टू लेन है, लेकिन जमीन 6 लेन का अधिग्रहण किया गया है।

इस प्रकार सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले एक-दो वर्षों में जिले में चार और नई फोरलेन सड़क होगी जबकि दो फोरलेन सड़क  का निर्माण कार्य पहले से चल रहा है।