पटना

नालंदा में 5.29 लाख मानव दिवस सृजित


28907 परिवार को मिला रोजगार

पटना (आससे)। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने नालन्दा जिला में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा योजना पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण अन्य राज्यों एवं राज्य के शहरी क्षेत्रों से लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लौटे ग्रामीणों को मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराने हेतु विभाग द्वारा सभी जिलों को निदेश दिया गया है। नालन्दा जिला में मनरेगा योजना की चर्चा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि नालन्दा जिला में कुल निबंधित जॉब कार्डधारियों की संख्या 5 लाख 6 हजार 969 है जिसमें सक्रिय जॉब कार्डधारियों की संख्या 1 लाख 51 हजार 96 है।

विभाग द्वारा इच्छुक सभी ग्रामीणों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराने के निदेश का अनुपालन करते हुए नालन्दा जिला में इस वित्तीय वर्ष यानी 1 अप्रैल 2021 से 12 मई, 2021 तक 1 हजार 667 नये जॉब कार्ड बनाये गये है। प्रवासी मजदूरों की चर्चा करते हुए मंत्री श्री कुमार ने बताया कि मनरेगा विभाग के कर्मियों द्वारा जिला में कुल 590 प्रवासी मजदूरों से काम करने हेतु सम्पर्क  किया गया जिसमें से 419 मजदूरों ने मनरेगा योजना में काम करने हेतु अभिरूचि दिखाई। कुल 274 प्रवासी मजदूरों को नये जॉब कार्ड बनाये गये एवं वर्तमान में मनरेगा के तहत कुल 390 प्रवासी मजदूर जिला में काम कर रहे हैं।

नालन्दा जिला में मानव दिवस के सृजन की चर्चा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अबतक 5 लाख 29 हजार 234 मानव दिवस सृजित किए गए हैं एवं इस वित्तीय वर्ष में अबतक 28 हजार 927 परिवारों को मनरेगा योजना से रोजगार उपलब्ध कराये गए हैं।

प्रखंडवार मानव दिवस की बात की जाय तो सबसे अधिक मानव दिवस वाले कुछ प्रखण्ड हैं, अस्थावॉ में 65 हजार 389 मानव दिवस, नगरनौसा में 45 हजार 672 मानव दिवस, नूरसराय में 43 हजार 554 मानव दिवस, रहुई प्रखण्ड में 37 हजार 162 मानव दिवस, चण्डी प्रखण्ड में 37 हजार 130 मानव दिवस, हिलसा प्रखण्ड में 34 हजार 952 मानव दिवस, हरनौत प्रखण्ड में 31 हजार 928 मानव दिवस, बिहारशरीफ प्रखण्ड में 28 हजार 599 मानव दिवस, इस्लामपुर प्रखण्ड में 27 हजार 534 मानव दिवस आदि।

मनरेगा योजनाओं की चर्चा करते हुए मंत्री श्री कुमार ने बताया कि नालन्दा जिला में कुल 13 हजार 121 मनरेगा योजनाओं पर काम चल रहा है जिसमें जल संचयन एवं जल संरक्षण की कुल कार्यरत योजनाएँ 2 हजार 199, पौधारोपरण की 827 योजनाएँ एवं व्यक्तिगत लाभ की कुल 5 हजार 605 योजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने आगे बताया कि प्रतिदिन औसतन 28-30 हजार मजदूर मनरेगा योजना में काम कर रहे हैं। विभाग से अधिक से अधिक योजनाओं का क्रियान्वयन कर मनरेगा में काम करने के इच्छुक सभी लोगों को रोजगार प्रदान करने का निदेश दिया गया है।

कोरोना संक्रमण की चर्चा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि विभागीय स्तर से कोरोना से बचाव हेतु कार्यस्थल पर सभी आवश्यरक उपाय यथा मास्क की उपलब्धता, हाथ धोने हेतु साबुन, हैंडवाश, पानी के अलावे सेनेटाईजर की उपलब्धता सुनिश्चित करना, मजदूरों के बीच कम से कम दो गज की दूरी बनाये रखना, खैनी, तम्बाकू का सेबन वर्जित करना एवं मजदूरों को टीकारण हेतु प्रोत्साहित करना आदि शामिल है।

उन्होंने आगे बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में अबतक 23 हजार 123 मनरेगा मजदूरों को मास्क उपलब्ध कराया गया है। मंत्री श्री कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का मुकाबला करने हेतु बिहार सरकार दिन-रात पूरी क्षमता से काम कर रही है एवं ग्रामीण विकास विभाग भी अपनी दायित्वों का पूरी तरह से निर्वहन करता रहेगा।