पटना

पंचायत चुनाव: पहले चरण में महिलाओं का दिखा उत्साह


12 प्रखंडों की 151 पंचायतों में हुई 59.85 प्रतिशत वोटिंग

पटना (आससे)। बिहार में पंचायत चुनाव का पहला चरण मामूल हिंसक झड़पों के साथ शान्तिपूर्ण तारीके से शुक्रवार को संपन्न हो गया। हालांकि इस दौरान औरंगाबाद में बूथ कैप्चरिंग रोकने के लिए पुलिस को छह राउन्ड फायरिंग करनी पड़ी। फायरिंग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मुंगेर में भी एक बूथ पर पुलिस वाहन पर पथराव किया गया। पथराव में किसी को चोट नहीं आई, लेकिन वाहन का शीशा टूट गया।

इस चरण में राज्य में शाम पांच बजे तक 59.85 प्रतिशत वोटिंग हुई। वोटिंग में महिलाओं ने जबरदस्त उत्साह दिखाया। महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत पुरुषों से लगभग नौ प्रतिशत का ज्यादा रहा। इस दौरान राज्यभर से मात्र 37 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें बूथ कैप्चरिंग की छह शिकायतें हैं। कुल 26 लोगों को गड़बड़ी पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 23 वाहन जब्त किये गये और एक डम्मी ईवीएम भी जब्त की गई।

राज्य मुख्य निर्वाच आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने प्रेसवार्ता में बताया कि अंतिम रिपोर्ट आने तक 59.85 प्रतिशत वोटिंग हुई है। महिला वोटरों की जितनी संख्या है उनमें 55.06 प्रतिशत ने वोट किया, लेकिन 46.67 प्रतिशत ही पुरुषों ने वोट किया। सबसे ज्यादा वोटिंग रोहतास जिले में 62 प्रतिशत हुई है। सबसे कम 56.69 प्रतिशत वोटिंग जहानाबाद जिले में हुई। पुलिस से मिली सूचना के आधार पर आयोग ने बताया कि औरंगाबाद की नवगढ़ पंचायत के मुखिया उम्मीदवार संध्या देवी के पति पंकज यादव अन्य लोगों के साथ विशैनी बूथ संख्या 144 और 145 को कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे। उन्हें रोकने के लिए वहां तैनात स्टैटिक फोर्स को छह राउंड फायरिंग करनी पड़ी। साथ ही उम्मीदवार के चार समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में वहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर वोटिंग कराई गई। उधर, मुंगेर में मणिकापुर मदरसा बूथ संख्या आठ और दस पर दो पक्षों में हो रहे झगड़े की सूचना पर गए तारापुर इंस्पेक्टर की गाड़ी पर उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की, जिससे गाड़ी का शीशा टूट गया।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस चुनाव में पहली बार डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम अपनाया गया था। इसके लिए की गई सारी व्यवस्था कारगर रही। मात्र पांच जगहों से बायोमेट्रिक सिस्टम खराब होने की शिकायत मिली है। ईवीएम की बैट्री खराब होने की शिकायत मात्र एक जगह जहानाबाद के काको से मिली है। मगर ईवीएम खराब होने की शिकायतें नौ जगहों से मिली हैं। इनमें काको में ही तीन ईवीएम खराब हो गई। इसके अलावा अरवल से एक जमुई से एक गया से तीन और औरंगाबाद से एक बूथ पर ईवीएम खराब होने की शिकायत आई है। सबसे अधिक अरवल में तीन बूथों पर बूथ कैप्चरिंग की शिकायत आई। इसके अलावा गया में दो और जहानाबाद में एक बूथ कैप्चर किये जाने की सूचना है।

पहले चरण में दस जिलों की 151 पंचायतों के चार हजार 646 पदों के लिए चुनाव हुआ। इस चरण में कुल 15 हजार 78 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें महिला उम्मीदवारों की संख्या सात हजार 887 है। इन पंचायतों में 858 पदों के लिए निर्विरोध निर्वाचन पहले ही हो चुका है। इन पंचायतों में वोटरों की कुल संख्या 11 लाख 48 हजार 44 है। पुरुष वोटरों की संख्या छह लाख एक हजार 858 और महिला वोटरों की संख्या पांच लाख 46 हजार 165 है।

10 जिले जमुई, अरवल, गया, कैमूर, नवादा, बांका, रोहतास, औरंगाबाद, जहानाबाद और मुंगेर के 12 प्रखंड़ों में चुनाव हुए। इन प्रखंडों में जमुई का सिकंदरा, अरवल का सोनभद्र वंशी सूर्यपुर, गया का बेलागंज व खिजरसराय, कैमूर का कुदरा, नवादा का गोविंदपुर, बांका का धोरैया, रोहतास का दावथ व संझौली, औरंगाबाद का औरंगाबाद, जहानाबाद का काको व मुंगेर का तारापुर शामिल है। पंचायत चुनाव के तहत छह पदों में पंचायत सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य का चुनाव ईवीएम से और पंच एवं सरपंच का चुनाव बैलेट बॉक्स से हुआ।