पटना

पटना: एसटीईटी में 12 विषयों में 24599 अभ्यर्थी सफल


      • सफल अभ्यर्थियों की होगी 7वें चरण में नियुक्ति : विजय चौधरी
      • उर्दू, संस्कृत एवं विज्ञान के 106 परीक्षार्थियों की पुनर्परीक्षा दो को
      • 587 परीक्षार्थियों का परीक्षाफल निरस्त

 

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए हुई माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) में 12 विषयों के 24,599  अभ्यर्थी सफल हुए हैं। इनमें पेपर-वन में 16,068 अभ्यर्थी एवं पेपर-टू में 8,531 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। पेपर-वन के सफल अभ्यर्थी माध्यमिक शिक्षक एवं पेपर-टू के सफल अभ्यर्थी उच्च माध्यमिक शिक्षक के रूप में नियुक्ति के लिए अर्हताधारी हो गये हैं।

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) के 15 विषयों में से 12 विषयों का परीक्षाफल जारी किया। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति माध्यमिक एवं उच्च शिक्षक पदों पर सातवें चरण में होगी। सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति छठे चरण की शिक्षकों की नियुक्ति के बाद होगी।

शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कोरोनाकाल में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) के ऑनलाइन आयोजन के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर को बधाई दी तथा कहा कि सरकार के रोजगार के वायदे की शुरूआत माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) के रिजल्ट से हो चुकी है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर एवं प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह भी मौजूद थे।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने बताया कि माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) -2019 में 1,54,951 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें 1,09,667 अभ्यर्थी पेपर-वन की परीक्षा में एवं 45,284 अभ्यर्थी पेपर-टू की परीक्षा में बैठे थे। यह ऑनलाइन परीक्षा गत नौ सितंबर से 21 सितंबर तक ऑनलाइन केंद्रों पर हुई थी। यह परीक्षा 15 विषयों के लिए हुई थी, जिसमें तीन विषयों- उर्दू, संस्कृत एवं विज्ञान विषयों को छोड़ कर शेष 12 विषयों के रिजल्ट जारी हुए हैं।

पटना उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के आलोक में 106 परीक्षार्थियों की पुनर्परीक्षा ली जानी है। पुनर्परीक्षा दो अप्रैल को होगी। संबंधित 106 अभ्यर्थी पेपर-वन के उर्दू, संस्कृत एवं विज्ञान विषय के हैं। चूंकि, किसी भी विषय के एक सेट से अधिक प्रश्न सेट होने की स्थिति में नॉर्मलाइजेशन की विधि के साथ परीक्षाफल तैयार करने का प्रावधान है, अत: माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) -2019 पेपर-वन उर्दू, संस्कृत एवं विज्ञान विषयों का रिजल्ट 106 अभ्यर्थियों के साथ प्रकाशित किया जायेगा।

इस प्रकार गत सितंबर माह में आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में सम्मिलित 23,565 परीक्षार्थियों द्वारा आगामी दो अप्रैल को आयोजित किये जाने वाले 106 परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा को मिला कर कुल 23,671 परीक्षार्थियों का परीक्षाफल इन तीन विषयों में निर्धारित कुल 7,108 सीटों के लिए आगामी मई माह के पहले हफ्ते में जारी किया जाना संभावित है।

माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी), 2019 के पेपर-वन सामाजिक विज्ञान विषय में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र एवं राजनीति शास्त्र में से किसी दो विषय की परीक्षा दिया जाना था, जिसमें एक विषय इतिहास या भूगोल अनिवार्य था। इस प्रावधान के विरुद्ध इतिहास या भूगोल विषय की परीक्षा नहीं देने वाले 587 परीक्षार्थियों का परीक्षाफल निरस्त किया गया है।

कोर्ट से क्लियर होने के बाद सवा लाख शिक्षकों की नियुक्ति

राज्य में छठे चरण के तहत  होने वाली सवा लाख शिक्षकों की नियुक्ति कोर्ट से क्लियरेंस के बाद होगी। छठे चरण में तकरीबन 94 हजार प्रारंभिक तथा 30 हजार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति होनी है।

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि छठे चरण की शिक्षकों की नियुक्ति का मामला न्यायालय में लम्बित है। इस मामले में सरकार पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है। कोर्ट में जो बिन्दू गये हैं, सरकार भी वही करना चाह रही है।

शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि इस मामले की जल्दी सुनवाई के लिए कोर्ट में आई. ए. फाइल किया गया है। मेंशन भी किया गया है। आई. ए. पर कोर्ट में पांच अप्रैल को विचार किया जाना संभावित है। छठे चरण के अभ्यर्थियों से कहा कि बस थोड़ा धैर्य और रखें।