पटना

पटना: बाल हृदय योजना के अंतर्गत सरल इलाज कराकर लौटा बच्चों का पहला दल


(आज समाचार सेवा)

पटना। कोरोना संक्रमण काल में राज्य के लिए एक अच्छी खबर आई है। सात निश्चय योजना 2 के तहत बाल हृदय योजना के अंतर्गत सरल ईलाज करकर लौटा बच्चों का पहला दल गुरूवार को वापस लौटा है। बिहार से दिल के छेद के ईलाज के लिए पटना से अहमदाबाद के लिए भेजे गए 21 बच्चों में 15 बच्चे अपना सरल ईलाज करा कर वापस आ गए हैं। गुरूवार को 15 बच्चों का प्रथम दल दिल के छेद का सरल ईलाज कराने के बाद वायुयान से अहमदाबाद से पटना एयरपोर्ट पर उतरे।

सभी ईलाज कर वापस लौटे बच्चों का स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्वागत किया गया। प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाऊंडेशन के सहयोग से बच्चों का नि:शुल्क ईलाज हुआ है। जबकि बिहार सरकार के सहयोग से बच्चों के आने-जाने का खर्च वहन किया गया है। 2 अप्रैल को बिहार से दिल के छेद की समस्या से ग्रसित 21 बच्चों को पटना से अहमदाबाद ईलाज के लिए भेजा गया था।

लौटे हुए सभी 15 बच्चों में 14 बच्चों का पूर्ण ईलाज हो चुका है जबकि मधुबनी जिले का 1 बच्चा अविनाश कुमारए उम्र 5 वर्ष का आंशिक ईलाज हुआ है। 3 महीने के बाद फिर से अविनाश कुमार को ईलाज के लिए अहमदाबाद भेजा जाएगा शेष बचे 6 बच्चों का ईलाज चल रहा है जिन्हें शल्य चिकित्सा की जरूरत है। इनके सहयोग के लिए उनके साथ एक एक अभिभावक एवं 1 समन्वयक वहाँ मौजूद रहेंगे।

बच्चों में होने वाले जन्मजात रोगों में हृदय में छेद होना एक गंभीर समस्या है। सुशासन के कार्यक्रम के अंतर्गत सात निश्चय 2 के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों के निशुल्क उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु नई योजना बाल हृदय योजना पर 5 जनवरी 2021 को मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति दी गई है। इसी योजना के तहत बच्चों को नि:शुल्क ईलाज मिला है।