पटना

पटना: स्व. रामपुकार शर्मा को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंरोपरांत दधीची सम्मान प्रदान किया


पटना। भारत दान की भूमि रही है दधिची जैसे ऋषि ने जगत के कल्याण के लिए अपने शरीर की हड्डी बज्र बनाने के लिए दे दिया। वैसे ही हमारे समाज के अंगदान दान करने वाले पुण्यात्मा हैं। पतुत के स्व. रामपुकार शर्मा ने अपना जीवन पेड़ो की रखवाली और हरियाली में खपा दिया तथा मरणोपरांत भी समाज के दो लोगो को दृष्टि दे गए। ऐसे पुण्यात्मा समाज के लिए मशीहा है। उक्त बातें स्वस्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दधीची देह दान समिति द्वारा अंतराष्ट्रीय अंगदान दिवस पर बिहार इंडस्ट्री असोशीयेशन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने समाज के प्रबुद्ध लोगो से इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने को कहा।

कार्यक्रम में दधीची देह दान समिति के राष्ट्रीय संरक्षक एवं बिहार पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अंगदान को महादान की संज्ञा दी। उन्होंने स्व रामपुकार शर्मा जैसे अनेको अंगदान करने वाले व्यक्तियों को महापुरुष कहा। मुख्य अतिथि के रूप में मेघालय के राज्यपाल महामहिम गंगा प्रसाद ने वर्चुअल उपस्थिति दर्ज कराते हुए लोगों को संबोधित किया।

कार्यक्रम में ऐसे व्यक्तियों के परिजनों को सम्मनित किया गया जिन्होंने अपना मरणोपरांत देहदान या नेत्रदान किया हो। स्व. रामपुकार शर्मा का सम्मान उनके नाती ज्योत प्रकाश ने ग्रहण किया। ज्योत प्रकाश ने कहा कि मेरे नाना ने समाज को बदलने, गरीब और दीन-दुखियों की सेवा, वृक्षारोपण और धरती को हरियाली का जो संकल्प लिया था उसे मैं पूरा करने का प्रयास करूंगा। मौके पर आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल भी मौजूद थे।