पटना

पटना: 8 लाख घूस लेते इंजीनियर धराया


फ्लैट पर मिला 1.13 करोड़ का सोना, तीन लाख नकद, गुडग़ांव में पांच मंजिला भवन के कागजात

पटना (आससे)। भवन निर्माण विभाग के उच्च न्यायालय भवन प्रमंडल में कार्यरत कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार मंगलवार को निगरानी के हत्थे चढ़ गए। ठेकेदार को 80 लाख बिल भुगतान करने के बदले दस फीसदी यानी आठ लाख घूस मांगे जाने के आरोप में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के धावा दल ने कार्यपालक अभियंता को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इसके बाद अभियंता के यहां हुई छापेमारी में एक करोड़ से अधिक का सोना, तीन लाख नकदी और 27 लाख बैंक में जमा के अलावा जमीन-जायदाद के कागजात मिले हैं।

निगरानी ब्यूरो के अनुसार ठेकेदार गोपाल शरण सिंह ने बीते 24 दिसंबर को शिकायत की थी कि कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार 80 लाख का बिल भुगतान करने के एवज में आठ लाख रिश्वत मांग रहे हैं। निगरानी ने आरोप की सत्यता की जांच की तो मामला सही पाया गया। तब पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र कुमार मौआर के नेतृत्व में एक धावा दल का गठन किया गया। मंगलवार को धावा दल ने कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार को आठ लाख रुपए रिश्वत लेते हुए उनके पटना ओल्ड बाईपास अवस्थित नूतन टावर के ए-दो ब्लॉक के फ्लैट संख्या 410 से रंगे हाथ गिरफ्तार किया।

इसके बाद एक तलाशी दल ने अभियंता के आवास पर छापेमारी शुरू की।तलाशी के दौरान नूतन टावर के फ्लैट संख्या 109 और 410 से काफी संपत्ति बरामद की गई। इसमें तीन लाख नकद बरामद हुआ। दो किलो 380 ग्राम सोने के जेवरात जब्त किए गए जिसमें सोने के बिस्कुट के 10 पीस, 18 पीस सोने का सिक्का भी है। इसकी कीमत एक करोड़ 13 लाख आंकी गई है। इसके अलावा पांच जमीन के कागजात मिले जिसमें गुडग़ांव में पांच मंजिला भवन है। नोएडा में दो व्यवसायिक दुकान है।

अभियंता के पास 16 बैंक खाते हैं जिसमें 27 लाख जमा होने का मामला सामने आया है। म्यूचअल फंड में साढ़े तीन लाख निवेश है। उत्तर प्रदेश स्थित इंजीनियर इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड में भी निवेश होने की जानकारी मिली है। एक्सिस बैंक में एक लॉकर भी है जिसकी तलाशी बाद में विधिवत तरीके से होगी। तलाशी की कार्रवाई जारी है। अभियंता से पूछताछ के बाद उन्हें निगरानी न्यायालय में पेश किया जाएगा।