कई घंटे बिताये घर में और घूमी गांव की गलियां
बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा पहुंचकर माता परमेश्वरी देवी की 12वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। पिता व पत्नी की प्रतिमाओं पर भी पुष्प अर्पित किये। इसके बाद बे अपने घर गये और कई घंटे वहां गुजारे। फिर गांव की गलियों में घूमें। इस दौरान उनके चेहरे में कभी खुशी तो कभी गंभीरता के भाव उभरते रहे। गांव में घूमने के दौरान उन्होंने कई लोगों की फरियादें सुनीं। कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।
सबसे पहले मुख्यमंत्री गांव के देवी स्थान पहुंचे। वहां पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद कविराज स्व. रामलखन सिंह वाटिका गये। सीएम आगमन को लेकर सुबह से ही गांव में चहल-पहल थी। अधिकारियों व पुलिसकर्मियों के अलावा सांसद, विधायक व पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता गांव में पहले से मौजूद थे। सीएम के बड़े भाई सतीश कुमार व पुत्र निशांत कुमार ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किया।
शनिवार की सुबह सीएम काफिले के साथ कल्याण बिगहा पहुंचे। देवी मंदिर में पूजा करने के बाद वाटिका पहुंचकर मां की प्रतिमा को नमन किया। उसके बाद उन्होंने पिता कविराज रामलखन सिंह व पत्नी मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये। इसके बाद अधिकारियों व नेताओं के साथ वाटिका की साफ-सफाई व रंग-रोगन का जायजा लिया। वहां से निकलकर सीएम ने घंटों से इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।
वहां से सीएम सीधे अपने घर गये। रखवाले सीताराम का हाल-चाल पूछा। बाहर फरियादियों की लंबी कतार लगी थी। उन्होंने बारी-बारी से उनका आवेदन लिया और संबंधित अधिकारियों को उनकी समस्याएं दूर करने का निर्देश दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने अधिकारियों के प्रति नाराजगी प्रकट की। उनका कहना था कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते। इस वजह से छोटी-छोटी बातों की शिकायत भी आपसे करनी पड़ती है। उनके आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।
इस मौके पर मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, विधायक डॉ. जीतेन्द्र कुमार, कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, एमएलसी संजय सिंह उर्फ गांधी जी, ललन सर्राफ, सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मो. इर्शादुल्लाह, जिलाध्यक्ष सियाशरण ठाकुर,एसपी हरि प्रसाथ एस, आदि अधिकारी मौजूद थे।