पटना

फुलवारीशरीफ: 27 दिनों में अख्तर इमाम हत्याकांड का खुलासा


      • दो लाख में सुपारी देकर करायी गयी हत्या
      • हत्या में शामिल थे तीन अपराधी, एक गिरफ्तार

फुलवारीशरीफ। पटना के एलिफैंट मैन उर्फ हाथी काका के नाम से मशहूर अख्तर इमाम उर्फ अख्तर मुखिया की गोली मार कर ह्त्या के 27 दिन बाद पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते बताया है कि अख्तर मुखिया की हत्या जमीन के विवाद में हुआ था। पुलिस ने अख्तर मुखिया हत्याकांड में सुपारी देने वाले सज्जू उर्फ शहजादा एवम एक शूटर सोनू उर्फ सरफ़ुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है।

इस हत्याकांड में शामिल दो अन्य फरार चल रहे शूटरों की गिरफ्तारी नही हो पाई है, जिनके बारे में पुलिस ने अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देते हुए नामों का खुलासा नही किया है। साथ ही पुलिस ने इस हत्याकांड में प्रयुक्त हथियार और मोटरसाइकिल को भी अभीतक बरामद नही कर पाई है। पुलिस को फरार शूटरों  के बारे में पूरी जानकारी हासिल हो चुका है।

हत्या में शामिल अपराधियो ने पुलिस को बताया कि उन लोगो ने एक जमीन के फर्जी खरीद बिक्री के ग्राहक बनकर दस्तावेज बनाकर रुपये देने के नाम पर हत्या वाले दिन वहां पहुंचे थे। अपराधियो की मंशा अख्तर के साथ ही उसके केयर टेकर चन्दन की हत्या का भी इरादा था लेकिन उस वक्त केयर टेकर कहीं दूसरी जगह नास्ता करने चला गया था जिससे उसकी जान बच गयी।

अख्तर मुखिया हत्याकांड का खुलासा करते हुए फुलवारी शरीफ थाना में एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि 3 नवम्बर को जानीपुर के मुर्गिया चक में एलीफेंट नाम से मशहूर अख़्तर इमाम उफऱ् अख्तर मुखिया को अपराधी ने गोलियों से छलनी कर हत्या कर दिया था। मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दस से अधिक गोलियों के जख्म पाए गए। इस हत्याकांड को दो लाख की सुपारी देकर जमीन के विवाद में अंजाम दिया गया है।

एएसपी ने बताया कि जिम कार्बेट नेशनल पार्क से अख्तर मुखिया ने मुर्गिया चक में जानवरो का बसेरा बनाकर हाथियों के संरक्षण के लिए मशहूर थे। उनका जमीन फरीद बिक्री का कारोबार चलता था। हत्याकांड के बाद मृतक के परिजनों, मृतक अख्तर मुखिया, उसके केयर टेकर चन्दन के मोबाइल और आसपास के इलाके का सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया। सर्विलांस के आधार पर कई संदिग्ध मोबाइल नम्बर मीला जिससे मृतक और उसके केयर टेकर से कुछ लोग जमीन के ग्राहक बनकर सम्पर्क कर रहे थे। इनमें एक नम्बर हत्याकांड के एक दिन पहले से ह्त्या होने तक घटनास्थल के आसपास का लोकेशन बता रहा था।

मृतक के परिजनों और अनुसन्धान में पुलिस इस मर्डर केस को सुलझाने के लिए तीन एंगिल पर काम कर रही थी। जिसमे पहला अख्तर मुखिया का सगे बेटे मेराज के साथ चल रहा विवाद, जो मेराज फिलहाल मर्डर केस में बेउर जेल में बंद है। दूसरा एंगिल मृतक अख्तर मुखिया के पड़ोसी रिटायर सिपाही मो खुर्शीद उर्फ ढऩढन से जमीन विवाद एवम तीसरा एंगिल जमीन माफिया पप्पू शर्मा से जमीन विवाद को खंगाला गया। इसमे अभी तक पुलिस को अख्तर की हत्या में उसके परिवार वालों का कोई हाथ नहीं नजर आया है।

एएसपी ने बताया कि फुलवारीशरीफ के जानीपुर थाना थाना कांड संख्या 916 / 2021 दिनांक 04.11.2021 को जानीपुर में दर्ज कराया गया था। जिसमे धारा-302/326/34 भादवि एंव 27 आर्म्स एक्ट के तहत अनुसन्धान प्रारम्भ किया गया। दिनांक 03.11.2021 को जानीपुर थाना अंतर्गत ग्राम मुर्गिया चक में समय करीब 11.30 बजे अख्तर ईमाम उर्फ अख्तर मुखिया को उनके हाथी पालने वाले पार्क के दलान के गेट पर तीन अपराधकर्मियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

अनुसंधान में घटना स्थल के आस-पास के सीसीटीवी एवं टेकनिकल सर्विलांस के आधार पर मृतक से जमिन का ग्राहक बनकर आये अपराधकर्मी के मोबाईल नम्बर परिजन से प्राप्त कर उसका विषलेशन किया गया तो कई संदिग्ध नम्बर मिले। जिसका टावर लोकेशन लेने पर घटना स्थल पर उनका घटना के समय मैजुदगी की पुष्टि हुई। इसके बाद फिर उक्त मोबाईल को लगातार ट्रेस करने पर दिनांक 30.11.2021 को एक अपराधकर्मी सोनु उर्फ सैफुद्दीन थाना खाजेकला क्षेत्र से गिरफ्तार किया। जिसका हत्याकांड में प्राप्त विडियो फुटेज से मिलान कराया गया तो उनका चेहरा का मिलान हुआ।

पुछताछ के कम में सुपारी किलर सोनू ने बताया की अख्तर मुखिया की हत्या में हमारे साथ तीन और लडक़ा शामिल था। जिसमें एक लडक़ा फुलवारी थाना क्षेत्र का है। पुछताछ के कम में ही बताया की मृतक का हत्या का सुपारी शहजादा उर्फ सज्जु जो आलमगंज का रहने वाला ने दिया। रिटायर सिपाही मो खुर्शीद उर्फ ढनढऩ के बेटे शहजादा उर्फ सज्जु तथा मृतक के बीच जमिनी विवाद था। 15 कट्ठे जमीन की बिक्री हुई थी। इसके लेकर रुपए और बाकी जमीन पर कब्जे को लेकर अख्तर मुखिया भारी पड़ रहा था। अख्तर ने जमीन पर कब्जा जमाए हुए थे इसलिए अख्तर मुखिया से परेशान होकर सज्जू उर्फ शहजाद  द्वारा दो लाख रूपया का सुपारी सोनु उर्फ सैफुद्दीन एवं उनके साथियों को करीब तीन माह पहले तय किया था।

उसके बाद सोनु उर्फ शहजादा एवं उनके साथियों द्वारा उसी समय से मृतक से जमिन का फर्जी ग्राहक बनकर संपर्क किया जाने लगा  और अंतत: साजिश के तहत अख्तर की हत्या दिनांक -03.11.2021 को गोलियो से छलनी कर की गई । एएसपी ने बताया कि  मृतक से ग्राहक बनकर संम्पर्क में आये मोबाईल और सीम को शुटर सोनु उर्फ सैफुद्दीन के पास से बरामद किया गया है।

पुलिस को पता चला है कि एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आये तीन की संख्या में बदमाशों ने अख्तर मुखिया को गोलियों से छलनी कर मार डाला था। पुलिस को अनुसंधान में पता चला कि दशहरा के पहले से ही हत्या के सुपारी लिए अपराधियो ने मृतक अख्तर इमाम और उसका केयर टेकर चंदन से मोबाइल के जरिये जमीन ग्राहक बनकर संपर्क किये हुए थे।

एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार शूटर सोनू उर्फ सैफ़ुद्दीन आलम गंज पटना सिटी निवासी पटना सिटी और राजधानी के कई थाना इलाके में सुपारी लेकर कई हत्याओं में शामिल रहा है। इनके साथ रहे दो अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी कर लिया जाएगा।