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- परिवार में मचा कोहराम, परसा बाजार पुलिस को झेलना पड़ा आक्रोश
- घटनास्थल पर पहुंचे माले विधायक ने की दस लाख मुआवजा और हत्यारो की जल्द गिरफ्तारी की मांग
- मुखिया ने दिए दस हजार व दाह संस्कार के लिए उपलब्ध कराया वाहन
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फुलवारी शरीफ (अजीत)। राजधानी पटना में अपराधी वारदातें बेलगाम हो गयी है, लॉक डाउन में भी रोजाना हत्या की घटनाएं आम हो गयी है। रविवार की सुबह सकरैचा में आम के बगीचा की रखवाली कर रहे सकरैचा निवासी महादलित मुसहर परिवार के 65 साल के रामबचन मांझी उर्फ बचानी माँझी की ईंट पत्थर से कुचल कुचल कर हत्या कर फेंका लाश देख सनसनी फैल गयी। वहीं मौका ए वारदात पर सैंकड़ो ग्रामीणों की भीड़ उमड़कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ अपने आक्रोश का इजहार करने लगे।
इधर मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन शव के पास ही रोते बिलखते रहे। वहीँ मौके पर पहुंची परसा बाजार थाना पुलिस को आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर खरी खोटी सुनाई। वहीं घटनास्थल पर भाकपा माले विधायक फुलवारीशरीफ गोपाल रविदास ने पहुंच कर ₹10 लाख मुआवजा व हत्यारो की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। हत्या के बाद मृतक के परिवार को मुखिया संतोष कुमार ने
तत्काल दस हजार की मदद की। प्रशानिक अधिकारियों से सरकारी सहायता दिलाने के आश्वासन पर शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ले गयी। दाह संस्कार में जाने के लिए पीड़ित परिवार को स्थानीय मुखिया संतोष कुमार ने वाहन भी उपलब्ध कराया।
पुलिस ने मृतक के डेड बॉडी के पास ही खून लगा पत्थर, मृतक की लाठी व टार्च भी बरामद किया है। घटना से इलाके में गुस्से का माहौल बना हुआ है। मृतक की पत्नी व परिवार के अन्य सदस्यों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है। मृतक को तीन बेटे और सात बेटियां हैं। परिवार वालो को समझ मे नही आ रहा था कि आखिर किसने हत्या कर दिया। वही पुलिस भी हत्या के कारणों और अपराधियों का पता लगाने में नाकाम रही है। परिजन अज्ञात अपराधियो के के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी में थे।
जानकारी के मुताबिक ग्राम सकरैचा, थाना परसा बाजार, प्रखंड फुलवारीशरीफ के महादलित परिवार मुसहर समुदाय के गरीब राम वचन मांझी 65 बर्ष जो गाव के ही सर्वानंद सिंह के पुनपुन नदी के किनारे स्थित आम के बगीचा सकरैचा में रखवाली का काम करते थे। प्रति दिन की भांति आम की रखवाली करने गये थे जिनकी बगल के आम के बागीचा, जिसके मालिक सुरेश सिंह है उनके आम के पेड़ के जड़ी के पास सर रखकर पत्थर से कुचल-कुचल कर हत्या कर दी गयी। सुबह में ग्रामीण जब पुनपुन नदी के किनारे शौच करने गए तो देखा कि रामबचन मांझी गिरे हुए हुए हैं।
उनके नजदीक जाने पर ग्रामीण देखा कि उनका सर कूच दिया गया है और काफी मात्रा में खून बिखरा पड़ा था। बगल में एक बड़ा पत्थर रखा था जिसपर रामबचन मांझी के सर को रखकर कूच कुच हत्या किया गया था। वही पास में चप्पल लाठी व टार्च भी पड़ा हुआ था। घटनास्थल पर मरे पड़े रामवचन मांझी के बारे में सूचना ग्रामीणों ने गांव वाले और उनके परिवार को दी। इसके बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। वहीं पीड़ित परिवार सहित भारी संख्या में सकरैचा के ग्रामीण लाश को घेर कर मुआवजा की मांग करने लगे। ग्रामीणों का आरोप है कि परसा बाजार थाना को सूचना दी गई तब देर से थाना पुलिस पहुंची।
ग्रामीणों ने बताया कि रामबचन मांझी ग्राम सकरैचा अपने गांव के शर्मा नंद सिंह का लंबे समय से कामकाज कर रहे थे। हत्या के बाद पटना में रह रहे सर्वानन्द नंद सिंह को इसकी सूचना दी गई।
हत्या की वारदात के बाद घटनास्थल पर भाकपा माले के प्रखंड सचिव गुरुदेव दास, इंकलाबी नौजवान सभा के पटना जिला अध्यक्ष साधु शरण प्रसाद प्रसाद ,भाकपा माले के नेता शरीफा मांझी,ललन पासवान,संजय ठाकुर, राजद के दिलीप यादव तथा सकरैचा पंचायत के मुखिया संतोष सिंह पहुंचे और परिवार वालो को ढांढस बंधाया। वहीं मौके पर ही सकरैचा पंचायत के मुखिया संतोष सिंह द्वारा 10,000 की राशि व दाह संस्कार में आने जाने के लिए एक वाहन भी उपलब्ध कराया।
वहीं विधायक गोपाल रविदास ने बताया कि घटना के संदर्भ में पटना जिलाधिकारी, अनुममंडलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी फुलवारीशरीफ को बताया। विधायक ने जिलाधिकारी से मृतक परिवार को ₹10 लाख मुआवजा और 6 महीना का मुफ्त राशन की हत्यारो की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वहीँ सरकारी मदद के आश्वासन मिलने पर आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया गया।
परसा बाजार थानाध्यक्ष सजंय प्रसाद ने बताया कि आम की रखवाली के दौरान एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी गई। पुलिस हत्यारो का पता लगाकर जल्द गिरफ्तार करेगी। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है। दाह संस्कार से लौटने के बाद परीजनो ने प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही है।