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बंगाल: आठ चरणों में चुनाव को लेकर ममता समेत विपक्ष ने उठाए सवाल,


नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर सियासत शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) सहित कई विपक्षी दलों ने बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने पर सवाल उठाया है, तो वहीं बीजेपी (BJP) ने चुनाव आयोग (EC) के निर्णय का स्वागत किया और कहा कि शांतिपूर्ण चुनावों के लिए असामाजिक तत्वों को नियंत्रित करने की जरूरत है।

ममता बनर्जी ने मोदी-शाह पर बोला हमला
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव कार्यक्रम पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘निर्वाचन आयोग से विनम्रता से कहना चाहती हूं कि सवाल उठ रहे हैं कि पश्चिम बंगाल में इतने चरणों में चुनाव क्यों हो रहे हैं, जबकि अन्य राज्यों में एक चरण में चुनाव होने जा रहा है। अगर चुनाव आयोग लोगों से न्याय नहीं करेगा तो लोग कहां जाएंगे।’

बहरहाल उन्होंने कहा कि ‘इन सभी युक्तियों के बावजूद’ वह चुनाव जीत जाएंगी। कोलकाता में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने पूछा, ‘मेरे पास सूत्रों से सूचना है कि भाजपा जो तारीख चाहती थी, उसी अनुरूप चुनाव कार्यक्रम तय किए गए हैं। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सुझावों के मुताबिक तारीखों की घोषणा की गई है?’

BJP ने फैसले का किया स्वागत
बहरहाल, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव का स्वागत किया और कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए यह आवश्यक था। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘चुनावों की घोषणा के साथ पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए असामाजिक तत्वों को नियंत्रित करना होगा। साथ ही राज्य के हर जिले में निष्पक्ष अधिकारियों की तैनाती करनी होगी ताकि चुनाव में कोई बाधा नहीं आए।’ बंगाल से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने चुनाव आयोग के कदम का स्वागत किया और कहा कि राज्य में बदलाव का समय आ गया है।

Left ने लगाए गंभीर आरोप
वामपंथी दलों ने आरोप लगाए कि चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने के औचित्य पर कोई ठोस कारण नहीं बता पा रहा है। उन्होंने इसके पीछे की मंशा पर सवाल उठाए। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग से अपील की कि बंगाल में करीब एक महीने तक चुनाव कराने का कारण बताए जबकि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में यह एक चरण में और असम में तीन चरणों में कराया जा रहा है।

‘नंबर गेम’ पर उठाए सवाल- भाकपा माले
भाकपा (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने ‘नंबर गेम’ पर सवाल उठाए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘चेन्नई में पांच दिनों का टेस्ट मैच अहमदाबाद में दो दिनों का रह गया। तमिलनाडु में एक दिन में होने वाला चुनाव पश्चिम बंगाल में आठ चरणों तक खिंच गया। क्या आपमें से कोई इस नंबर गेम के बारे में बता सकता है?’ भाकपा के महासचिव डी. राजा ने भी कहा कि चुनाव आयोग को इसके लिए ‘उपयुक्त कारण’ बताने चाहिए।

बंगाल में 8 चरणों में चुनाव
चुनाव आयोग ने घोषणा की कि चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के लिये विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग 27 मार्च को शुरू होगी और 29 अप्रैल तक चलेगी जबकि वोटों की गिनती दो मई को होगी। पश्चिम बंगाल में चुनाव 27 मार्च, एक अप्रैल, छह अप्रैल, दस अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होंगे जबकि असम में तीन चरणों में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को चुनाव होंगे। केरल और तमिलनाडु में चुनाव एक चरण में छह अप्रैल को होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 2016 की तुलना में इस बार एक चरण अधिक होगा।