पटना

बाढ़ एनटीपीसी में 150 इंजीनियर और कर्मचारी संक्रमित


(निज प्रतिनिधि)

पटना। कोरोना की दूसरी लहर ने बिहार में कोहराम मचा रखा है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बाढ़ एनटीपीसी में 150 इंजीनियर और कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गये हैं। वही 100 से ज्यादा परिजन भी इस संक्रमण के शिकार हैं। हालत ऐसी की अब कहलगांव, नवीनगर, कांटी, बरौनी बिजलीघर में भी कोरोना का कहर जारी है।

बाढ़ एनटीपीसी में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद वहां बनाए गये कोविड अस्पताल में अब मरीजों के लिए बेड तक नहीं है। यहां पहले से ही मरीजों की संख्या अधिक है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए एनटीपीसी कैंपस को लॉक कर दिया गया है। वहीं नवीनगर, कहलगांव, कांटी, बरौनी बिजलीघर भी कोराना की चपेट में आ गया है।

बाढ़ एनटीपीसी में ऑक्सीजन प्लांट, अस्पतालों के आईसीयू और वेंटिलेटर के संचालन पर असर ना पड़े इसके लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति बनाए रखने को लेकर एनटीपीसी ने प्लान ‘बी’ तैयार किया है। बाढ़ एनटीपीसी में 150 लोग बीमार हैं इनके अलावे बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए अधिकारी और कर्मचारी भी कई शारिरीक परेशानियों को झेल रहे हैं। जिसके कारण हर सेक्टर में काम-काज प्रभावित हुआ है।

बाढ़ में बनाए गये डेडिकेटेड कोरोना सेंटर भी अब फुल है। यहां 15 बेड पर वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की व्यवस्था है जबकि 70 बेड सामान्य हैं। यहां भी सभी बेड फुल हैं यहां पहले ही मरीजों की संख्या अधिक है। नवीनगर और बरौनी बिजलीघरों की नई यूनिट का निर्माण ठप होता देख एनटीपीसी ने चालू उत्पादन पर प्रभाव रोकने के लिए वार स्ट्रैटजी बनाई है।

इसमें कार्यरत कर्मियों को बिजलीघर कैंपस में ही रोक लिया गया है। उन्हें बाहर जाने की इजाजत नहीं है। आपात संचालन के लिए वैकल्पिक टीम भी तैयार की गयी है। इनमें हर स्तर के अधिकारियों-इंजीनियरों को शामिल किया गया है। फिलहाल ये वर्क फ्रॉम होम में हैं।

संचालन में जुटी टीम के किसी सदस्य को कोरोना होने की स्थिति में यह टीम उनका स्थान लेगी। इस टीम के जाते ही एक और वैकल्पिक टीम बना ली जाएगी। बाढ़ एनटीपीसी में ऑक्सीजन प्लांट, अस्पतालों के आइसीयूं और वेंटिलेटर के संचालन पर असर ना पड़े इसके लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति बनाए रखने को लेकर एंटीपीसी ने प्लान ‘बी’ तैयार किया है।