पटना

बिहारशरीफ: जल बोर्ड का कमाल- तोड़ी जा रही है नौ इंच मोटी सड़क और की जा रही है तीन इंच ढलाई


शहर में जलापूर्ति पाइप बिछाने में की जा रही है ऐसी गड़बड़ी

बिहारशरीफ (आससे)। शहर की सड़कों को तहश-नहश करने में जुटी हुई है जल बोर्ड। हर घर का नल का जल योजना के तहत शहर के गली एवं मुख्य सड़कों में जलापूर्ति पाइप बिछाने के नाम पर सड़कें तोड़ी तो जा रही है, लेकिन जोड़ने के नाम पर रस्म अदायगी की जा रही है। स्थिति यह है कि शहर की सड़के संकीर्ण होती जा रही है, जिससे आये दिन सड़क जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो रही है। इतना हीं नहीं स्मार्ट सिटी कहलाने वाली शहर में चकाचक रही सड़क अब मलीन होती दिख रही है।

सच तो यह है कि जल बोर्ड द्वारा शहर में पेयजलआपूर्ति के जलापूर्ति पाइप बिछाया जा रहा है। जिसमें 6, 9 और 12 इंच मोटी पक्की सड़क को तोड़कर उसके अंदर जलापूर्ति पाइप बिछाई जा रही है और फिर उसे जैसे-तैसे भरा जा रहा है। ना तो प्रॉपर रूप से उसकी भराई हो रही है और ना ही ढलाई। 6, 9 और 12 इंच मोटी सड़क तोड़ तो दी जाती है लेकिन जब उसे भरकर ढलाई करती होती है तो बामुश्किल तीन-चार इंच की ढलाई हो रही है, जिसमें ना तो प्रॉपर रूप से बालू मिला होता है ना सिमेंट। गिट्टी के नाम पर कई स्थानों पर तोड़ी गयी सड़क के पुराने कंक्रीट को ही डाल दिया जाता है। स्थिति यह होती है कि सड़के कुछ दिन के बाद धंसनी शुरू हो जाती है और कहीं किनारे में लाइट व्हीकल का टायर जाता है तो सड़कें टूट भी रही है।

बताते चले कि बिहारशरीफ शहर के विभिन्न हिस्सों में रात में व्यवसायिक वाहन से दुकानदारों का सामान आता है और ऐसे में बड़े वाहन यथा ट्रक आदि की टायर सड़क के किराने लगती है तो की गयी ढलाई पूरी तरह ध्वस्त हो जाती है। पुल पर से धनेश्वरघाट हनुमान मंदिर के रास्ते टेलिफोन एक्सचेंज मोड़ तक पक्की सड़क की ढलाई अभी हाल हीं में हुई है, जिसमें इस तरह का नमूना देखने को मिल सकता है। पाइप बिछाने के लिए लगभग नौ इंच मोटी पीसीसी सड़क तोड़ी गयी और उसके बदले तीन इंच की ढलाई की गयी। जबकि प्रावधान के अनुसार जितनी मोटाई सड़क तोड़नी है उतनी ढलाई होनी है।

विडंबना तो यह है कि ठेकेदार द्वारा की जा रही इस तरह की लूट पर जल बोर्ड तो मौन है ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से लेकर नगर निगम प्रशासन भी मूकदर्शक बनी हुई है। अगर समय रहते इस सड़क का घटिया निर्माण रोका नहीं गया तो शायद ही कोई सड़क बच पायेगी जो पूरी चौड़ाई तक रह पायेगी।