पटना

बिहारशरीफ: मंत्री हेल्पडेस्क के निर्देश के आलोक में  रहुई प्रखंड के हवनपुरा पंचायत में मनरेगा योजनाओं की हुई जांच


      • राज्यस्तरीय टीम ने दो दिनों में पंचायत में करायी गयी 16 योजनाओं की कुंडली खंगाली
      • जांच के बाद पंचायत में हड़कंप

बिहारशरीफ (आससे)। पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसके साथ हीं पंचायतों के खातों का परिचालन भी रोक दिया गया है और अब शिकायतों के आलोक में जांच भी शुरू की गयी है। ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत आयुक्त मनरेगा सीपी खंडूजा ने उप विकास आयुक्त सह जिला कार्यक्रम समन्वयक नालंदा को रहुई प्रखंड के हवनपुरा पंचायत में मनरेगा अंतर्गत योजनाओं के कार्यान्वयन में बरती गयी अनियमिता की जांच के संबंध में आवश्यक निर्देश दिया है और तीन सदस्यीय जांच दल गठित कर रहुई प्रखंड के हवनपुरा ग्राम पंचायत के मनरेगा की योजनाओं की जांच शुरू करायी है। सूत्रों की मानें तो जांच दल ने कई योजनाओं में व्यापक हेराफेरी कर लाखों रुपया गबन किये जाने का मामला उजागर किया है। हालांकि अभी इस संबंध में जांच दल कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।

शुक्रवार को आयुक्त मनरेगा के निर्देश के आलोक में तीनसदस्यीय जांच दल जिसमें राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी मो॰ जावेद अली, कार्यक्रम पदाधिकारी बीआरडीएस पटना सिद्धार्थ शंकर सिन्हा तथा कार्यपालक अभियंता  मनरेगा, नालंदा इंद्रदेव प्रसाद की टीम को जांच के लिए भेजा गया है। इस आलोक में जांच दल शुक्रवार को रहुई प्रखंड के हवनपुरा ग्राम पंचायत पहुंची और कागजात और प्राक्कलन के साथ योजनाओं का भौतिक सत्यापन करने पहुंची। यह जांच आज शनिवार को भी चली। हवनपुरा में जांच दल के पहुंचते ही हड़कंप मच गया।

आयुक्त ने अपने पत्र में यह स्पष्ट किया है कि जांच दल 27 और 28 को जांच करेगी, जिसे सहयोग के लिए संबंधित सीओ, जेई, पीटीए, पीआरएस की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है। हालांकि जांच के क्रम में टीम के साथ उक्त कर्मी भी उपस्थित दिखे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार टीम पटना लौट चुकी है और आयुक्त मनरेगा को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। बताया जाता है कि मंत्री हेल्पडेस्क के निर्देश के आलोक में यह जांच हुई है। इसके पूर्व भी जिले के नूरसराय और कतरीसराय प्रखंडों में पंचायतों में मनरेगा के कार्यों की जांच केंद्रीय टीम कर चुकी है। निदेशक डीआरडीए ने बताया कि 16 योजनाओं की जांच की गयी है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि जांच में क्या मामला सामने आया है। उन्होंने बस यह कहा कि जांच दल पटना से आयी थी और वह राज्य को हीं रिपोर्ट करेगी। वहां रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य से जो निर्देश प्राप्त होगा उस आलोक में जिला में कार्रवाई की जायेगी।