पटना

बिहारशरीफ: महिला सशक्तीकरण के प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा रहे हैं संवेदनशील: मुन्ना सिद्दीकी


बिहारशरीफ (आससे)। नालंदा जिला जनता दल (यू) के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिद्दीकी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश एवं देश की महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए कहा कि महिलायें समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। वे अपनी प्रतिभा के बलबूते विभिन्न क्षेत्रें में अलग पहचान बना रही हैं। किसी भी राज्य या देश के विकास में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ उन्हें एक सुरक्षित और बेहतर माहौल देकर ही विकास को सही मायने में परिभाषित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे हैं और यह इनकी नीतियों का अभिन्न अंग है। उन्होंने पिछले कार्यकाल में सात निश्चय के अंतर्गत एक निश्चय ‘आरक्षित रोजगार, महिलाओं का अधिकार’ के तहत राज्य की सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था लागू की। राज्य में बालिकाओं के संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलंबन पर आधारित मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना आरंभ की गई।

मुन्ना सिद्दीकी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी समाज में व्याप्त बुराई को हटाने के लिए कड़े फैसले लेने से गुरेज नहीं करते। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एवं नगर निकाय चुनावों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया, जिससे महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। ऐसा करनेवाला बिहार देश का पहला राज्य बना। शिक्षक नियोजन और सहकारी संस्थाओं में महिलाओं को 50 फीसदी का आरक्षण दिया गया है। अल्पसंख्यक समुदाय के महिलाओं के लिए हुनर योजना लागू है। महादलित समुदाय की महिलाओं को सशक्त करने के लिए स्वयं सहायता समूहों का निर्माण और पोषण रणनीति के तहत मुख्यमंत्री नारी ज्योति कार्यक्रम को लाया गया है।

कृषि क्षेत्र में महिला उत्पादक समूहों को गठित किया गया है। नवांकुर ग्राम उद्यम कार्यक्रम के तहत ग्रामीण नवांकुर महिला उद्यमियों को प्रशिक्षण देने और फिर उन्हें उद्यम चुनने का विकल्प करा सरकार सहायता करती है। जीविका समूह को विस्तारित किया गया है। नए वित्तीय वर्ष में सरकार महिला सशक्तिकरण के तहत महिला उद्यमिता पर फोकस करने का फैसला किया है। इसके तहत महिलाओं को अधिकतम दस लाख रुपये अपना उद्यम स्थापित करने को ले सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमें पांच लाख रुपये अनुदान के रूप में होंगे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के प्रति संवेदनशील है। महिला आबादी का आधा हिस्सा है। उनके विकास के बगैर सम्पूर्ण समाज का विकास संभव नहीं है। उनके समग्र विकास एवं सशक्तिकरण से ही समृद्ध बिहार का सपना साकार होगा। उन्होंने महिलाओं के बेहतर जीवन एवं भविष्य की कामना की।