पटना

बिहार अपना खोया गौरव हासिल करेगा : विजय


  • विधानसभा में विपक्ष के हंगामा और वॉयकॉट के बीच पारित हुए चार विधेयक
  • पंचायती राज, आर्यभट्ट, स्वास्थ्य विज्ञान और खेल विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक पारित

(आज समाचार सेवा)

पटना। विधानसभा में आज बिहार पंचायतराज संशोधन विधेयक, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक और बिहार खेल विश्वविद्यालय विधेयक-२०२१ ध्वनिमत से पारित हो गये।

चारों संशोधन विधेयक का विपक्ष ने सदन में जमकर विरोध किया और वेल में आकर प्रदर्शन किया। राजद-कांग्रेस व विपक्ष के अन्य विधायकों ने विधान सभा में सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की और विधेयक को वापस लेने की मांग की, किन्तु उनकी एक न सुनी गयी। विपक्ष का आरोप था कि संशोधन विधेयकों के माध्यम से सरकार तानाशाहीपूर्ण रवैया अख्तियार कर रही है।

चारों संशोधन विधेयक संबंधित विभागों के मंत्रियों ने अलग-अलग पेश किये। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने पेश की। उन्होंने कहा कि २००८ में पहली बार यह विधेयक पेश हुआ था। उन्होंने कहा कि आर्यभट्ट ने खगौल शास्त्र की रौशनी दिखायी थी। उन्होंने शिक्षा और शोध को तब्बजो दिया था। संशोधन विधेयक के पारित होने के बाद बिहार को खोया गौरव हासिल करने का मार्ग खुलेगा। एक-दो नहीं आर्यभट्ट विश्वविद्यालय में १२ विषयों की पढ़ाई का रास्ता खुलेगा। विश्वविद्यालय के कॉलेजों में नैनो टेक्नोलॉजी से पठन-पाठन होगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय को शीर्ष पर ले जाने का लक्ष्य तय है।

विधानसभा में आज पंचायतीराज मंत्री सम्राट चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और कला संस्कृति मंत्री डा. आलोक रंजन ने भी संशोधन विधेयक रखें, जो ध्वनिमत से पारित हो गया।