पटना

बिहार के औद्योगिकीकरण में बैंकों की जिम्मेदारी बढ़ायी जाये


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन

पटना (आससे)। बिहार में तेज गति से उद्योगों की स्थापना में बैंकों द्वारा व्यापार पूंजी उपलब्ध कराने और बिहार पॉलिसी के तहत प्रस्तावित इथेनॉल इकाईयों को भी केंद्र सरकार की वित्तीय सहायता और प्रोत्साहन योजनाओं का समान लाभ देने के लिए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने मंगलवार को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की।

मुलाकात के दौरान उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने वित्त मंत्री से अनुरोध किया कि बिहार के औद्योगिकीकरण में बैंकों की जिम्मेदारी बढ़ाई जाए और खासकर सुक्ष्म-लघु व मध्यम दर्जे के प्रस्तावित ईकाईयों को ऋण उपलब्ध कराने में बैंकों द्वारा प्राथमिकता दी जाए। उद्योग मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री से मुलाकात अच्छी रही और उन्होंने बिहार के औद्योगिक विकास में हर संभव मदद का भरोसा दिया है।

उद्योग मंत्री ने वित्त मंत्री को चिट्ठी सौंपकर ये जानकारी भी दी कि २०२०-२१ के आंकड़ों के मुताबिक बिहार का क्रेडिट-डिपॉजिट रेशियो ४६.४ प्रतिशत रहा, जो कि राष्ट्रीय औसत ७६.५ प्रतिशत से काफी कम है। उन्होंने कहा कि पिछले सालों में भी बिहार का सीडी रेशियो खराब ही रहा है। जिसका साफ मतलब है कि बैंकों ने बिहार से पैसा जमा कर बिहार के औद्योगिक विकास में लगाने के बजाए अन्य विकसित राज्यों में लगाया। जबकि इसके विपरीत होना चाहिए था।

सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में बिहार सरकार द्वारा बार-बार मुद्दा उठाए जाने के बावजूद क्रेडिट-डिपॉजिट रेशियो में सुधार नहीं हो रहा है। उन्होंने वित्त मंत्री से बैंकों को यथोचित निर्देश देने का अनुरोध किया, ताकि बिहार की औद्योगिक परियोजनाएं तेजी से साकार रूप ले सके।

उद्योग मंत्री ने कहा कि उन्होंने वित्त मंत्री से मुलाकात में इसके लिए भी अनुरोध किया है कि बिहार के हर हिस्से में बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार हो। खासकर ग्रामीण इलाकों में जो अभी तक बैंकिंग सुविधाओं से वंचित हैं, उसमें भी सुधार के लिए बैंकों को निर्देश दिए जाएं।