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ब्रिटिश हुकूमत से लड़ने को तैयार हैं Akshay Kumar सी नायर लुक में दिखे एक्टर शूटिंग से सामने आईं तस्वीरें –


 मनु त्यागी।  ब्रिटिश साम्राज्य की क्रूरता व अमानवीयता की एक ऐसी घटना है, जिसके बारे में बात कर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है। इस घटना को भारतीय कभी भी भुला नहीं सकते हैं। अंग्रेजों के जुल्म की याद भारतीयों के दिल में युगों-युगों तक रहेगी। जब भी बात अंग्रेजों के जुल्म की होगी, तो दिग्गज वकील सी. शंकरन नायर (C. Shankaran Nair) को जरूर याद किया जाएगा। सी. शंकरन नायर के ब्रिटिश साम्राज्य पर ठोके गए मुकदमे ने भारत में अंग्रेजों के शासन के सबसे काले अध्याय को पूरी दुनिया के सामने उजागर किया था। अब उन पर बायोपिक बन रही है।

सी. शंकरन नायर पर बन रही बायोपिक

सी. शंकरन नायर पर करण जौहर बायोपिक बना रहे हैं, जिसकी अनाउंसमेंट प्रोड्यूसर ने 2021 में किया था। मूवी में अक्षय कुमार (Akshay Kumar) सी. शंकरन नायर का किरदार निभाते दिखाई देंगे। करण जौहर की सी. शंकरन नायर की बायोपिक उनके परपोते रघु पलट और उनकी पत्नी पुष्पा पलट द्वारा लिखित किताब ‘द केस दैट शुक द एंपायर’ पर आधारित है। फिल्म में ब्रिटिश अदालत में चले इस केस की पूरी प्रक्रिया दिखाई जाएगी।

दिल्ली में शुरू हुई फिल्म की शूटिंग

दिल्ली के सबसे पुराने लॉ कालेज में फिल्म की शूटिंग चल रही है। कॉलेज के अंदर अक्षय कुमार को शूटिंग करते हुए देखा गया। अक्षय कुमार यहां नायर की फेवरेट कार ब्लैक बेंटले पर सीन करते हुए दिखाई दिए। जैसा कि किताब ‘द केस दैट शुक द एंपायर’ में भी लिखा है कि ब्लैक बेंटले नायर को बहुत प्रिय थी। उनका ड्राइवर गोविंदन उसे बहुत चमका कर रखता था। जून में दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में फिल्म की शूटिंग की गई, जिनमें लाल किले में दिल्ली दरबार से लेकर रेवाड़ी रेलवे स्टेशन (जिसे पंजाब के स्टेशन के रूप में इस्तेमाल किया गया है) भी शामिल है।

रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर इसी साल जून की शुरुआत में यहां अक्षय कुमार और अनन्या पांडे ने शूट किया था। दो दिन तक शूट चला। पंजाब के स्टेशन का सेट तैयार किया गया, जिसमें रेलवे स्टेशन पर रेहड़ी पर मूंगफली बेचने वाले घूमते दिखाए दिए और बहुत से सिख व्यक्ति स्टेशन पर इधर-उधर आते-जाते नजर आए। ट्रेन आने पर नायर की भूमिका कर रहे अक्षय कुमार उसमें से उतरते हैं। ये दृश्य नायर के पंजाब के स्टेशन पर उतरकर जलियांवाला बाग जाने की ओर इशारा करता है।

कौन थे सी. शंकरन नायर?

1857 में तत्कालीन मालाबार क्षेत्र के मनकारा गांव में जन्मे सी शंकरन नायर ने मद्रास लॉ कालेज से कानून की डिग्री हासिल की और मद्रास हाई कोर्ट में वकालत शुरू की। 1907 में वह मद्रास हाई कोर्ट में न्यायाधीश बन गए। नायर अकेले जलियांवाला बाग नरसंहार केस को लेकर ब्रिटिश अदालत में पूरी अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़े थे। उन्होंने अपनी दलीलों से ब्रिटिश हुकूमत को हिलाकर रख दिया था।

भले ही नायर वह केस कानूनी तौर पर हार गए थे, लेकिन नरसंहार का सच उजागर कर उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिलाकर रख दी थी। यही कारण है कि उसके बाद जलियांवाला बाग जैसा नरसंहार कभी नहीं हुआ। नायर यही चाहते भी थे। 1934 को चेन्नई में नायर का निधन हो गया था।