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भगोड़े मेहुल चोकसी पर डोमिनिका सरकार की बड़ी कार्रवाई, अवैध अप्रवासी घोषित


  • नई दिल्ली। भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी पर डोमिनिका सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। उसे अवैध अप्रवासी घोषित कर दिया गया है। वह और उसका भांजा नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक से 12 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करके भारत से फरार हैं। डोमिनिका सरकार द्वारा 25 मई को इसे लेकर आदेश जारी हुआ था। ज्ञात हो कि गत माह एंटीगुआ में रहने वाला यह भगोड़ा डोमिनिका में गिरफ्तार हुआ हुआ था। उसने कोर्ट जमानत याचिका दायर की है। निचली अदालत में मिली विफलता के बाद उसने जमानत पाने के लिए हाईकोर्ट का रुख किया है। उसकी ओर से बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका भी दायर है।

बता दें कि चोकसी 23 मई को एंटीगुआ एंड बारबूडा से संदेहास्पद स्थितियों में गायब हो गया था। वह वहां पर नागरिकता लेकर सन 2018 से रह रहा था। इसके बाद उसे पड़ोस के द्वीपीय देश डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के समय उसके साथ उसकी प्रेमिका भी थी। जबकि उसके वकीलों का कहना है कि चोकसी को एंटीगुआ के जॉली हार्बर से एंटीगुआ और भारत के पुलिसकर्मी अगवा करके समुद्री मार्ग से डोमिनिका ले गए।

क्यूबा में रहने की थी चोकसी की योजना

मेहुल चोकसी एंटीगुआ से गुपचुप तरीके से भागकर क्यूबा जा रहा था, जहां उसकी छिपकर रहने की योजना थी। उसने अपनी प्रेमिका बारबरा जबारिका से अगली मुलाकात क्यूबा में होने की बात कही थी। बारबरा ने यह बात समाचार एजेंसी एएनआइ को बताई है। बारबरा ने बताया कि चोकसी ने उससे दो बार क्यूबा की चर्चा की थी और वहां रहने की इच्छा जताई थी। ऐसा इसलिए था कि एंटीगुआ स्थायी रूप से रहने के लिहाज से चोकसी को पसंद नहीं आ रहा था। फिर वहां उसकी मौजूदगी पर भारतीय एजेंसियों की नजर लगातार बनी हुई थी। बारबरा ने यह भी बताया कि उसे चोकसी की आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी नहीं थी। वह यूरोप की रहने वाली है और भारतीय मीडिया की खबरों से उसका वास्ता नहीं है। इसलिए उसे मेहुल चोकसी के घोटालों के बारे में कुछ नहीं पता था। वह एक दोस्त की तरह से उससे मिलती थी।