वाराणसी

मार्ग दिशा संकेतक बोर्डपर गांव का नाम बदलने से ग्रामीणोंमें आक्रोश


चोलापुर। क्षेत्र के आजमगढ़ मार्ग पर कई जगहों पर गांवों के गलत नाम एवं गलत दिशा संकेतक बोर्ड लगाये जाने से गुस्साये क्षेत्रीय लोगों ने बोर्ड पर मोबिल एवं गोबर पोतकर नाराजगी प्रदर्शित किया। ग्रामीणोंका कहना है कि किसी भी क्षेत्र में यदि मार्गदर्शन सही हो तो मंजिल पर पहुंचना आसान हो जाता है चाहे जीवन का हो या रास्ते का। रास्तों पर लगे दिशा संकेतक बोर्ड राहगीर को अपने मंजिल तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मगर गलत तरीके से दिखाए गये दिशा निर्देश से आम जनता भ्रमित होकर घंटो अपना समय बर्बाद करते हैं और सही स्थान का पता होते ही गलत मार्ग निर्देश देने वाले को कोसते हैं। जनपद के वाराणसी आजमगढ़ मार्ग पर फोरलेन का कार्य अभी पूर्ण हुआ है। एनएचएआई और गायत्री प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी द्वारा बनाये गये उक्त फोरलेन मार्ग पर कम्पनी द्वारा रिंग रोड से लगायत दानगंज तक लगाये गये गलत दिशा संकेतक बोर्ड से आये दिन राहगीर और क्षेत्रवासी परेशान हो रहे हैं। जिनमें से प्रमुख रूप से बेला जाने वाले रास्ते को बिला, मुनारी को मुनरी, नई बाजर को नया बाजार, शिवरामपुर को शवरामपुर, उदयपुर को चांदपुर, हृदयपुर को हिरदाहीपुर है जिसका सदियों पुराना नाम बदल दिया गया। वहीं कुछ जगहों पर दूसरे क्षेत्र का बोर्ड दूसरे क्षेत्र में लग जाने से लोग भ्रमित हो रहे हैं। इसी से गुस्साएं लोगों ने मंगलवार को बोर्ड पर मोबिल एवं गोबर पोतकर अपना गुस्सा जाहिर किया और जल्द से जल्द सभी गलत बोर्डों को बदलने की मांग की। विरोध करने वालों में प्रमुख रूप से मनोज तिवारी, विजय गुप्त, सुनील अग्रहरि, प्रदीप पटेल, सुनील तिवारी, दिलीप मिश्र, मनाऊ शर्मा आदि लोग शामिल रहे।