Post Views: 706 डा. हेमेन्द्र कुमार सिंह शिक्षण वह क्रिया है जिसके द्वारा शिक्षक, छात्र तथा विषयके मध्य सम्बन्ध स्थापित होता है। शिक्षक-शिक्षण तथा शिक्षार्थीमें शिक्षक तथा शिक्षार्थी सजीव एवं सक्रिय बिन्दु है। शिक्षक शिक्षणके समय अपने कर्तव्यपथपर अधिक सक्रिय एवं सजीव रहे तब छात्र भी अपने कर्तव्यपथपर अधिक सक्रिय एवं उत्साही रहता है। जबतक […]
Post Views: 1,452 सदानन्द शास्त्री चार ही जीवनका सार होते हैं क्योंकि व्यक्तिके जैसे विचार होते हैं वैसी ही उसकी क्रियाएं होती हैं और उसकी क्रियाएं ही उसकी आदते बन जाती हैं और उसकी आदतें ही उसका चरित्र बनता है और व्यक्तियोंके चरित्रसे राष्ट्रका चरित्र बनता है। मनुष्यके अन्तर्मनमें आत्मशक्ति, स्मरण शक्ति, कल्पना शक्ति, संकल्प […]