Post Views: 400 डा. गौरीशंकर राजहंस एम्सके प्रसिद्ध डाक्टरने कहा है कि आजादीके बाद भारतकी इतनी दयनीय स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी। प्रतिदिन लाखों लोग इस बीमारीसे संक्रमित हो रहे हैं। गत २४ घंटेमें पूरे देशमें तीन लाख ८० हजारके ज्यादा लोग इस बीमारीसे संक्रमित हो गये और हजारों संक्रमित मरीजोंकी अकाल मृत्यु हो […]
Post Views: 925 श्रीराम शर्मा आजके समयमें मनुष्यके बाहर भीतर शांति तथा सुव्यवस्था स्थापित करनेके लिए आध्यात्मिक प्रयास ही सार्थक हो सकते हैं। श्रद्धा, भावना, तत्परता एवं गहराई इन्हींमें समाहित है। हर मानवका धर्म, सामान्यसे ऊपर, वह कर्तव्य है, जिसे अपनाकर लौकिक, आत्मिक उत्कर्षके मार्ग प्रशस्त हो जाते हैं। धर्म अर्थात्ï जिसे धारण करनेसे व्यक्ति […]
Post Views: 835 ओशो मनुष्य एक अकेली प्रजाति है, जिसका आहार अनिश्चित है। अन्य सभी जानवरोंका आहार निश्चित है। उनकी बुनियादी शारीरिक जरूरतें और उनका स्वभाव फैसला करता है कि वह क्या खाते हैं और क्या नहीं। किंतु मनुष्यका व्यवहार बिलकुल अप्रत्याशित है, वह बिलकुल अनिश्चिततामें जीता है। न ही तो उसकी प्रकृति उसे बताती […]