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यूरोप के 8 देशों ने दी Covishield को मंजूरी, सरकार की चेतावनी का असर


  • भारत सरकार की चेतावनी के बाद यूरोपीय संघ ने आखिरकार सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड को ग्रीन पास स्कीम में शामिल कर लिया है. यूरोप के 8 देशों ने भारत में बनी कोविशील्ड को मान्यता दे दी है. इससे पहले भारत सरकार ने यूरोपीय संघ को दो टूक कहा था कि कोविशील्ड कोवैक्सीन को मंजूरी नहीं देने पर ईयू के नागरिकों के भारत पहुंचने पर क्‍वारंटीन (Quarantine) अनिवार्य कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि यूरोपीय संघ ने अपनी ‘ग्रीन पास’ योजना के तहत यात्रा पाबंदियों में ढील दी है, वहीं भारत ने समूह के 27 सदस्य राष्ट्रों से अनुरोध किया है कि कोविशील्ड कोवैक्सीन के टीके लगवा चुके भारतीयों को यूरोप की यात्रा करने की अनुमति देने पर वे अलग-अलग विचार करें.

EU के पास WHO के अधिकृत टीकों को मंजूरी का विकल्प
यूरोपीय यूनियन के एक अधिकारी के मुताबिक यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के पास कोविशील्ड जैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से अधिकृत टीकों को स्वीकार करने का विकल्प होगा. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि जोसेफ बोरेल फोंटेलेस के साथ बैठक के दौरान कोविशील्ड को ईयू के डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र योजना में शामिल करने का मुद्दा उठाया था. इटली में जी-20 की शिखरवार्ता से इतर यह बैठक हुई थी. वहीं, टीका निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने बुधवार को कहा कि कंपनी को एक महीने में अपने कोविड-19 टीके कोविशील्ड के लिए यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) से मंजूरी मिलने का भरोसा है. पूनावाला ने यह भी कहा कि वैक्सीन पासपोर्ट का मुद्दा देशों के बीच परस्पर आधार पर होना चाहिए.

इन वैक्सीन को मिल चुकी है मान्यता
यूरोपीय संघ की एजेंसी यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी (ईएमए) ने अभी तक सिर्फ चार कोविड-19 वैक्सीन को ग्रीन पास के लिए मंजूरी दी है, जिसमें बायोएनटेक-फाइजर की ‘कॉमिरनटी’, ‘मॉडर्ना’, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की ‘वैक्सजेवरिया’ जॉनसन एंड जॉनसन की ‘जानसेन’ शामिल हैं. अब भारत में बनी कोविशील्ड को भी मंजूरी दे दी गई है. इससे पहले ब्रिटेन यूरोप में निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सजेवरिया को मंजूरी दी गई है लेकिन कोविशील्ड को ग्रीन पास के लिए मंजूरी नहीं दी गई, जबकि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका ने भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के साथ मिलकर अपनी वैक्सीन को कोविशील्ड का नाम दिया है. सीरम इंस्टिट्यूट द्वारा निर्मित कोविशील्ड को जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी मान्यता दे चुका है.