पटना

राजगीर: प्रशिक्षु महिला अवर निरीक्षकों में दिखा गजब का आत्मविश्वास और कुछ कर गुजरने की तमन्ना


सरकार द्वारा महिलाओं को दिये गये आरक्षण को खुद तथा उसके परिजनों ने सराहा और कहा महिलाओं को हक दिलाने तथा शराबबंदी सख्ती से लागू करने के लिए करूंगी कार्य

राजगीर (नालंदा) (आससे)। पीटीसी राजगीर में आयोजित दीक्षांत समारोह में शामिल प्रशिक्षु महिला अवर निरीक्षकों में गजब का उत्साह देखने को बन रहा था। इसके साथ ही महिला पुलिस अवर निरीक्षक आत्मविश्वास से लबरेज दिखी। अधिकांश प्रशिक्षु महिला अवर निरीक्षकों के माता और पिता भी इस दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दीक्षांत समारोह की खासियत थी कि इस बैच में 33 फीसदी महिला आरक्षण पाकर पहुंची थी। यही वजह थी कि काफी संख्या में महिला अवर निरीक्षक पासिंग आउट परेड में हिस्सा ली।

अधिकांश अवर निरीक्षक तथा उसके परिजनों ने कहा कि सरकार ने महिला सशक्तीकरण के लिए जो कार्य की है वह प्रशंसनीय है। नौकरी में 33 फीसदी आरक्षण देकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की सरकार की पहल का ही नतीजा है कि उनलोगों को भी अवर निरीक्षक बनने का मौका मिला। हिंदी दैनिक आज ने कुछ महिला अवर निरीक्षकों तथा उनके परिजनों से इस संदर्भ में उनका विचार जानना चाहा और फिर उनकी प्रतिक्रिया कुछ इस तरह आयी-

रविता कुमारी, राजेपुर, मोतिहारी

बिहार पुलिस अकादमी में दीक्षांत परेड के अवसर पर पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर नौकरी पाने वाले मोतिहारी के राजेपुर गांव निवासी रविता कुमारी ने शिक्षक की नौकरी छोड़ दारोगा बन कर काफी खुश दिख रही है। इस खुशी में वे अपने माता-पिता के साथ पुलिस ट्रेनिंग सेंटर राजगीर में अपने परिवार के साथ खुशी का इजहार करते हुए कहा कि जब मै शिक्षिका थी तो बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रही थी परंतु अब मैं समाज में शोषण करने वाले अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को कानून का पाठ पढ़ाऊंगी एवं समाज में सुख शांति लाऊंगी। वहीं रविता के पिता राजनंदन शाह ने कहा कि बिहार सरकार के कार्यों से मैं काफी खुश हूं आज महिलाओं को 33 परसेंट आरक्षण देकर सरकारी सेवाओं में महिला लोगों को लाभ मिल रहा है।

 सीमा यादव, रामगढ़, सीवान

पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर नौकरी पाने वाले सिवान जिला के रामगढ़ निवासी सीमा यादव ने अपने माता पिता के साथ खुशी से फूले नहीं समा रही थी। सीमा यादव ने कहा कि हमें पुलिस में जाने की काफी इच्छा बचपन से ही थी काफी लगन और मेहनत से इस मुकाम पर पहुंची हूं। उन्होंने कहा कि इस नौकरी में रहकर मेरी सबसे पहले प्राथमिकता होगी महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न मामलों को ठीक करना एवं सरकार के महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना। सीमा यादव ने कहा कि गांव ग्रामीण शहरों में नशा मुक्त बनाना है एवं आए दिन हो रही महिलाओं पर अत्याचार को ठीक करना है। इनके पिता डॉ शंकर यादव ने कहा कि आज बिहार काफी विकास कर रहा है मुख्यमंत्री के द्वारा दिए जा रहे योजनाओं को लाभ से ही आज मेरी बेटी इस मुकाम पर पहुंची है। मैं अपनी बेटी को सरकारी विद्यालय में पढ़ा कर एवं योजनाओं को लाभ लेकर ही यहां तक पहुंचा हूं। इस लिए मैं कह सकता हूं कि सुबे की सरकार ने आरक्षण देकर महिलाओं को मान-सम्मान देने का काम किया है।

प्रियंका कुमारी, बोधगया, गया

पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर नौकरी पाने वाले गया बोधगया निवासी प्रियंका कुमारी अपने माता पिता से मिलकर काफी खुश दिख रही थी। दीक्षांत परेड खत्म होते ही वे माता-पिता को गले लग कर खुशी का इजहार किया एवं पुलिस ट्रेंनिंग सेंटर में दिए गए प्रशिक्षण शौर्य कलाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताइ,  प्रियंका कुमारी ने कहा कि पुलिस प्रशासन में रहकर मैं सबसे पहले समाज में फैली बुराइयों को दूर कर सुख शांति लाने का काम करूंगी। आए दिन महिलाओं के साथ हो रहे दहेज उत्पीड़न मामला को वाजिब हक तक दिलाने का काम करूंगी एवं बिहार मे शराबबंदी को लेकर गांव ग्रामीण, शहरो में नशा मुक्त बनाने का काम करूंगी। वहीं इनके पिता राजकुमार सिंह ने कहा कि बिहार सरकार के योजनाओं का लाभ का ही देन है कि मेरी बेटी आज दारोगा बन गई है मैं अपनी बेटी को वर्दी मे दारोगा देखकर काफी खुश हो रहा हूं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन का दायित्व है समाज में शांति सुख समृद्धि लाना मै अपनी बेटी से यही चाहता हूं।

दीप्ति कुमारी, पाटम, मुंगेर

पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर नौकरी पाने वाले मुंगेर पाटम की रहने वाली दीप्ति कुमारी ने बताया कि मैं जवाहर नवोदय विद्यालय का स्टूडेंट हूं मैं पढ़ाई के दौरान ही पुलिस अवर निरीक्षक की नौकरी के लिए मेहनत की और हमें सफलता मिली है। दीप्ति कुमारी का कहना है कि मैं इस विभाग में रहकर महिलाओं के ऊपर हो रहे उत्पीड़न शोषण के खिलाफ आवाज उठाऊंगी एवं गलत करने वाले को सख्त से सख्त कार्रवाई करूंगी एवं समाज को भयमुक्त बनाऊंगी। उन्होंने कहा कि महिला पुलिस पदाधिकारी होने के नाते मैं महिलाओं को विकास के रास्ते पर ले जाने मैं कोई कसर नहीं छोडूंगी। इनके पिता बीएम चौरसिया ने कहा कि सुबे की सरकार में बिहार में काफी विकास हो रहा है सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। मैं भी सरकार की योजना का लाभ लेकर बेटी को पढ़ा कर यहां तक पहुंचाने का काम किया हूं। श्री चौरसिया ने कहा कि बिहार में जो महिला सशक्तिकरण चल रही है वह काफी प्रशंसनीय है आज महिलाएं पुरुष के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है आज हर महिला अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है उन्होंने सरकार के कार्यों पर भूरी भूरी प्रशंसा की।

डौली कुमारी, इंग्लिश वार्ड, लखीसराय      

पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर नौकरी पाने वाले लखीसराय के इंग्लिश वार्ड निवासी डोली कुमारी दरोगा की वर्दी में देख अपने आप को खुशी से फूले नहीं समा रही थी बिहार पुलिस अकादमी में दीक्षांत परेड के दौरान माता पिता से मिलकर खुशी का इजहार किया एवं अकादमी में दिए गए प्रशिक्षण की जोहर कला की प्रशंसा की। डोली कुमारी ने कहा कि मैं प्रशासन में रहकर मैं महिलाओं का मान-सम्मान देने का काम करूंगी जो भी महिलाओं को समाज में जीने का हक छीनने का प्रयास करेगा उसे कतई बर्दाश्त नहीं करूंगी। महिलाओं के बारे में मैं काफी बचपन से ही देखते आ रही हूं कि हर जगह महिलाओं को सताने का काम किया जाता है मैं चाहूंगी कि महिलाओं के हर समस्या को निदान करूंगी एवं एक अच्छे समाज का निर्माण बनाने में पूरी कोशिश करुंगी। इनके पिता ओम प्रकाश महतो ने कहा कि मैं बहुत ही गरीब परिवार से आता हूं मैं अपनी बेटी को पढ़ा लिखा कर इस मुकाम पर पहुंचाया हूं इसका सारा श्रेय सुबे की सरकार की योजनाओं की देन है, मैं अपनी बेटी को सरकारी स्कूलों में पढ़ा कर यहां तक लाया हूं।

अंजली कुमारी, जमालपुर, मुंगेर

पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर नौकरी पाने वाली मुंगेर जमालपुर निवासी अंजली कुमारी ने कहा कि मैं पुलिस प्रशासन में रहकर महिलाओं को के ऊपर होने वाले हर समस्याओं को सुनूंगी एवं उसका निराकरण करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। महिलाओं के ऊपर बदसलूकी कभी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इनके पिता अशोक कुमार माता माधुरी सिन्हा ने कहा कि मैं अपनी बेटी को पढ़ा लिखा कर आज इस मुकाम पर पहुंचाया हूं। आज सुबे की सरकार में महिलाओं को जो मान सम्मान दिया गया है इससे मैं काफी खुश हूं। आज मेरी बेटी भी सरकार की आरक्षण योजनाओं का लाभ लेकर आज दारोगा बनी है। मैं मुख्यमंत्री के इस कार्य पर धन्यवाद देता हूं।